अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से दुनियाभर को रोमांचित करने वाली दीपा ने शानदार प्रदर्शन के जरिए चौथा स्थान हासिल किया। रियो में गोल्ड की हैट्रिक लगाने वाली और 19 साल की सुपरस्टार जिमनास्ट सिमोन बाइल्स अगर यह कहती हैं कि वो दीपा की तरह प्रॉडुनोवा वॉल्ट नहीं कर सकतीं तो इससे दीपा के टैलेंट, हिम्मत और काबिलियत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अपनी इस हार से दीपा करमाकर पूरी तरह से निराश और देश की सवा सौ करोड़ जनता से माफी भी मांगी हैं। भारतीय समयानुसार देर रात अपने मैच के बाद ट्वीट कर दीपा करमाकर ने कहा, ‘पदक नहीं जीतने के लिए देश की 1.3 करोड़ जनता से मैं माफी मांगती हूं, हो सके तो मुझे माफ कर दें।’
इनता ही नहीं दीपा अपनी इस हार से इतनी आहत थी कि उन्होंने इसके बाद देश की 1.3 करोड़ जनता के नाम एक और संदेश दे दिया। उन्हें एक बार फिर से ट्वीट कर कहा, ‘सवा सौ करोड़ देशवासियों, मैं आपका सपना पूरा नहीं कर सकी, जिसके लिए मैं फिर माफी मांगती हूं, जो हुआ मैं उसके लिए खुद को माफ नहीं कर पा रही।’
इसके बाद सोमवार को दीपा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं, लेकिन मैं इस बात से बहुत निराश हूं कि मैं पदक से चूक गई हूं। लेकिन अंत जीत और हार सब खेल का एक हिस्सा है। मैं अब 2020 ओलिंपिक पर अपना सारा ध्यान दूंगी।
अमेरिका की सिमोन बाइल्स ने 15.966 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। रूस की मारिया पासेका ने 15.253 औसत अंकों के साथ रजत पदक जीता। स्विट्जरलैंड की जियुला स्टेनगुबर ने 15.216 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। दीपा 15.066 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं। इस तरह दीपा कांस्य पदक जीतने वाली स्विस जिम्नास्ट से मात्र 0.15 अंक पीछे रहीं।
दीपा ने इस अोलिंपिक अभियान के दौरान कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने अोलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर इतिहास रचा था। इसके बाद सबको चौंकाते हुए उन्होंने वॉल्ट फाइनल की पात्रता हासिल कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी।