ये सभी 23 मार्च से गुलावठी कस्बे के एक 50 गज के मकान में ठहरे थे। हालांकि, थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान जमात में शामिल किसी भी शख्स में कोरोना के लक्षण स्वास्थ विभाग की टीम को नहीं मिले हैं। दरअसल, निजामुद्दीन के मरकज में हुई तबलीगी जमात से देश में कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन भी आनन-फानन में जांच में जुटा है। गुलावठी पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को लेकर मोहल्ला मेहरबानपुरा के 50 गज के खाली पड़े मकान में पहुंची और 14 लोगों हिरासत में लिया। ये 10 फरवरी को असम से चले थे और 11 फरवरी को दिल्ली पहुंचे। उसके बाद सिकंदराबाद से गुलावठी कस्बे पहुंचे। लॉकडाउन के बाद भी ये ठहरे हुए थे।
हालांकि अब इस जमात को जहाँगीराबाद स्थित एक कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया है। लेकिन सवाल यह है कि एक 50 गज के मकान में 14 लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह क्यों नहीं की।