विभागीय अफसरों के मुताबिक दीवाली पर मिठाई की आड़ में जहर बांटने वाला मोहसिन मेरठ के सरधना छेत्र का रहने वाला है। मोहसिन दिवाली के मौके पर हर साल मेरठ से बुलंदशहर आता है और किराए पर अहाता लेकर स्टार्च और मैदा से रसगुल्ले तैयार कर लाखों के वारे न्यारे कर मेरठ लौट जाता है। फिलहाल फ़ूड सेफ्टी विभाग की टीम ने रसगुल्लों और दूध को नष्ट कराकर मिलावट के काले कारोबार की बन्द करा दिया है। फ़ूड सेफ्टी अफसरों की टीम के मुताबिक अहाते से भारी मात्रा में स्टार्च, मैदा भी बरामद हुआ है। एक कुंतल से अधिक बंगाली रसगुल्लों और इतनी ही मात्रा में दूध को नष्ट कराया गया है। आरोपी मोहसिन को गन्दगी के सम्बंध में नोटिस जारी किया गया है। मिठाई के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर मोहसिन के खिलाफ आगे की कार्रवाई होगी।
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खासबात यह है कि मिठाई व्यापारी मोहसिन खुद भी स्वीकार कर रहा है कि वह दही, स्टार्च और मैदा से बंगाली रसगुलला और गुलाब जामुन तैयार करता है। वह सफाई भी देता की स्टार्च के बगैर रसगुल्ला बना पाना मुमकिन नहीं है।
रसगुल्ला और दूध के तीन नमूने प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। एक कुंतल से अधिक गुलाब जामुन, बंगाली रसगुल्लों और करीब इतनी ही मात्रा में दूध को नष्ट कराया गया है। जनपद में मिलावट का धंधा चलने नहीं दिया जाएगा।
खासबात यह है कि मिठाई व्यापारी मोहसिन खुद भी स्वीकार कर रहा है कि वह दही, स्टार्च और मैदा से बंगाली रसगुलला और गुलाब जामुन तैयार करता है। वह सफाई भी देता की स्टार्च के बगैर रसगुल्ला बना पाना मुमकिन नहीं है।
रसगुल्ला और दूध के तीन नमूने प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। एक कुंतल से अधिक गुलाब जामुन, बंगाली रसगुल्लों और करीब इतनी ही मात्रा में दूध को नष्ट कराया गया है। जनपद में मिलावट का धंधा चलने नहीं दिया जाएगा।