काम की खबर- अब तीन दिन में ऐसे बन जाएगा आपका पासपोर्ट, लाने होंगे ये दस्तावेज कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने वंदे मातरम् को लेकर दिया चौंकाने वाला बयान सपने में भी नहीं सोचा था
एकेपी इंटर काॅलेज में पढ़ने वाली खुर्जा के मोहल्ला मालपुर निवासी 16 वर्षीय चांदनी शर्मा पुत्री मुन्नालाल शर्मा ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह अपने ही शहर में एक दिन की एसडीएम बनकर जनता की सेवा करेंगी। बता दें कि खुर्जा के एसडीएम आईएएस पुलकित गर्ग ने एकेपी इंटर काॅलेज में भाषण प्रतियोगिता आयोजित कराकर प्रथम स्थान पाने वाली चांदनी शर्मा को एसडीएम व द्वितीय स्थान पर रहीं ऋषिका शर्मा निवासी ग्राम बिचौला को सहायक एसडीएम के रूप में चुना था।
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बुधवार सुबह 9.30 बजे चांदनी शर्मा के घर पर प्रशासन की गाड़ी गई, जिसमें ड्राइवर, स्टेनों व सुरक्षा गार्ड था। वह ठीक 10 बजे एसडीएम कार्यालय पहुंचीं। यहां से उन्होंने आरके कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद चुनाव और अमीन कार्यालय का निरीक्षण किया। फिर सीधे टीम के साथ नगर पालिका पहुंचीं। जहां, एक महिला कर्मचारी के रिटायरमेंट कार्यक्रम का हिस्सा बनीं और 12 लाख रुपये की कीमत से बनने वाले पब्लिक शौचालय के अंतिम नक्शे पर मुहर लगाई। पुन: तहसील पहुंचीं, जहां एक लेखपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मामला सामने आया, जिस पर लेखपाल को बुलाकर जमकर फटकारा। इसी बीच ककराला स्थित नाले पर बनी अवैध दुकान की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार विपिन कुमार को भेजकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई। शाम 5 बजे के बाद प्रशासन की गाड़ी से उन्हें उनके आवास पर छोड़ दिया गया।
बजट 2018 के लिए इस शहर के अस्पताल में रिजर्व रखा गया एक वार्ड, पेश होने के बाद ही खुलेगा ताला कभी न भूलने वाले अनुभव किए साझा चांदनी शर्मा एवं ऋषिका शर्मा ने बताया कि 31 जनवरी 2018 उनकी जिंदगी का सबसे यादगार दिन बन गया है। वह कभी भी इस दिन को नहीं भुला पाएंगी। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह खुर्जा की एक दिन की एसडीएम बनेंगी। चांदनी शर्मा एवं ऋषिका शर्मा ने औचक निरीक्षण के दौरान स्वच्छता पर विशेष जोर देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला साशक्तिकरण के क्षेत्र में बहुत काम करने होंगे। चांदनी, ऋषिका ही नहीं बल्कि सुनने वाले हर छात्र-छात्रा के मन में प्रशासनिक अधिकारी बनने की उमंग जगी।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने वंदे मातरम् को लेकर दिया चौंकाने वाला बयान क्या कहते हैं अधिकारी खुर्जा एसडीएम (आईएएस) पुलकित गर्ग की मानें तो भारतीय प्रशासनिक अधिकारी कैसे काम करते हैं? इन व्यवस्थाओं से रूबरू कराने के लिए प्रतियोगिता के माध्यम से चांदनी व ऋषिका का चयन किया गया, ताकि बच्चों में प्रशासनिक सेवा के प्रति उत्साह बढ़े।