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Bulandshahr: छात्रों ने कोरोना के मरीजों को दवा देने के लिए बनाया रोबोट, यह है कीमत

locationबुलंदशहरPublished: Apr 06, 2020 04:23:38 pm

Submitted by:

sharad asthana

Highlights

Bulandshahr के दो छात्रों ने बनाया रोबोट
मेडिकल स्टाफ की तरह करेगा काम
सैनेटाइजेशन के लिए लगा सेंसर सिस्टम

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बुलंदशहर। कुछ डॉक्टर (Doctor) भी कोरोना (Corona) की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कोरोना के मरीजों की सेवा करने में लगे हुए हैं। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को इस बीमारी से बचाने के लिए दो छात्रों ने एक कोशिश की है। उनके बनाए रोबोट (Robot) के जरिए कोरोना के मरीजों को दवा दी जा सकती हैं। इससे डॉक्टरों को मरीजों को पास नहीं जाना पड़ेगा।
कंप्यूटर साइंस के छात्र हैं दोनों

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के दो छात्रों ने यह रोबोट बनाया है। यह रोबोट मरीज को दवा दे सकता है। सैनेटाइजेशन करने के लिए इसमें सेंसर सिस्टम भी लगा हुआ है। रोबोट के डिस्प्ले पर सारी सूचनाएं आती हैं। सबसे खास बात यह है कि यह मोबाइल एप से कंट्रोल होता है। उन्होंने इसका नाम डेल्टा रखा है। इसको बनाने में उनको दो माह लगे। इसको ब्लू टूथ के जरिए मोबाइल ऐप से कनेक्ट किया जाता है। फिर ऐप में इसके फंक्शंस से रिलेटेड बटन दे रखे हैं। इनसे रोबोट को कंट्रोल किया जा सकता है।
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एक घंटे है बैट्री बैकअप

छात्र निशांत शर्मा ने बताया कि इसमें एक लीथियम बैट्री लगी है, जिससे इसका बैट्री बैकअप अभीएक घंटे का है। इसमें दो बैट्री लगा देंगे तो यह दो—ढाई घंटे तक चल सकता है। इसकी रेंज एक किलोमीटर तक है। इसमें हाथ पर सैनिटाइजर लगाने की जरूरत नहीं है। इसके आगे हैंड ड्रायर की तरह हाथ लेकर आएंगे तो अपने आप सैनिटाइजर का छिड़काव हो जाएगा। इसकी स्क्रीन पर कोरोना से बचाव के तरीके भी डिस्पले होंगे।
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यह है कीमत

रोबोट को बनाने वाले छात्रों कहना है कि इसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए के बीच में है। यदि सरकार मदद करे तो यह सस्ता बन सकता है। यह उपयोग भी आ सकता है। इस रोबोट को कोरोनो पॉजिटिव मरीज के नजदीक भेजकर पेशेंट का इलाज किया जा सकता है। इससे मरीज की देखभाल करने वाला स्टाफ भी इससे बच सकता है।

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