जेल में बंद इस पूर्व विधायक का हो रहा शोषण, बोला- अभी भाजपा की सरकार, समय आने पर सबको सिखाऊंगा सबक दरअसल, बुलंदशहर जिले की सिकंद्राबाद तहसील के गांव माधोगढ़ी में ग्रामीणों की मांग पर बिजली विभाग की आेर से तीन साल पहले मीटर लगाए गए थे। इस गांव के तकरीबन सभी घरों में विभाग की ओर से मीटर तो लगा दिए गए हैं, लेकिन इन मीटर से कोई आउटपुट नहीं निकलता है। जबकि हर माह ग्रामीणों के घर बिजली का बिल पहुंचा जाता है। इसलिए ग्रामीण लगातार बिजली कनेक्शन देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों के कानों पर जू नहीं रेंग रही है। ग्रामीणों का कहना है मीटर से कनेक्शन न मिलने की वजह से गर्मी के साथ रोजमर्रा के कार्य बाधित हो रहे हैं और बच्चे भी अंधेरे में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कुछ ग्रामीणों ने मजबूरन मेन लाइन से तार डालकर बिजली चोरी की तो ग्रामीणों को मोटा जुर्माना भरना पड़ा है।
गली में दादी के साथ सो रही थी पांच साल की बच्ची, आधी रात को हुई गायब, परिजनों ने खोजा तो उड़ गए होश ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव-गांव बिजली पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कुछ निक्कमे अधिकारी और कर्मचारी उनके सपने को पलीता लगाने पर तुले हैं। ऐसे लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को न तो पीएम मोदी का ही खौफ है और न ही सीएम योगी का डर।
मुजफ्फरनगर में कलयुगी पोते ने मामूली बात पर दादा-दादी को मारी गोली वहीं जब इस प्रकरण में पत्रिका ने सिकन्द्राबाद एसडीओ यशेंद्र कुमार से विद्युत विभाग के इस कारनामे के बारे में बात की तो उन्होंने भी हैरान कर देने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि गांव मे जबसे मीटर टंगे हैं, तभी से गांव में रखा ट्रांसफार्मर खराब है। हालांकि उन्होंने यह दावा जरूर किया कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।