दरअसल, सीएमओ डॉक्टर केएन तिवारी को अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सालाबाद में एक मकान में एक संदिग्ध हेल्थ कैम्प लगे होने की सूचना मिली थी। सूचना पर अमल करते हुए सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा। बताया जा रहा है कि जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें देखते ही एक महिला और दो पुरुष डॉक्टर भाग खड़े हुए। वहीं चौथे डॉक्टर को टीम ने दबोच लिया। इसके बाद जांच में सामने आया कि कैम्प फर्जी डॉक्टरों की टीम ने लगाया था। कैंप के नाम पर ये फर्जी डाॅक्टर मरीजों से 50-50 रुपये वसूलकर उपचार का ढोंग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि फर्जी डॉक्टरों की टीम के पास एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी थी, जिसे ये मरीजों के हाथ में रखवाकर उनकी जांच कर रहे थे। इतना ही नहीं जांच के बाद फर्जी डॉक्टरों की टीम मरीजों को दवा भी बांट रही थी।
बुलंदशहर सीएमओ डॉ. केएन तिवारी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि फर्जी डॉक्टरों के पास कोई मेडिकल की डिग्री नहीं थी। ठग डॉक्टरों के गिरोह के सदस्य नाम मात्र के पढ़े-लिखे थे। वहीं जिस पर्ची पर दवा लिखी जा रही थीं, उस पर रजिस्ट्रेशन नंबर भी नहीं था। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संबंधित थाना पुलिस और शिकारपुर एसडीएम को सूचना देकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।