महिला सिपाही ( mahila police ) की ओर से जाे आरोप लगाए गए हैं उनमें कहा गया है कि थाना प्रभारी ने नियुक्ति के दौरान महिला सिपाही काक शारीरिक शोषण किया था। इतना ही नहीं ट्रांसफर के बाद भी थाना प्रभारी उसे परेशान करता रहा और उसके पीछे पड़ा रहा। महिला सिपाही के अऩुसार उसकी निजी जानकारियों को भी खोजा गया। जब शाेषण का यह सिलसिला नहीं थमा ताे अब महिला सिपाही ने अपनी जुबान खाेली।
महिला सिपाही के इन सभी आरोपों पर जांच बैठाते हुए एसएसपी ( SSP ) ने एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में ही टीम गठित की है। यह टीम पूरे मामले की जांच करेगी और सात के दिन के भीतर अपनी रिपाेर्ट एसएसपी काे साैंपेंगी। उधर गुलावठी थाना प्रभारी ने खुद पर लगे सभी आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताया है। इस मामले में एसएसपी संतोष कुमार का कहना है कि महिला सिपाही की ओर से शिकायत मिली है।
शिकायत के आधार पर महिला पुलिस के नेतृत्व में गठित की गई है। एक1 सप्ताह के अंदर यह टीम सभी आरोपों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्हाेंने कहा कि, अगर जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जांच रिपोर्ट में क्या तथ्य सामने आते हैं यह तो बाद की बात है लेकिन इस घटना ने फिलहाल पुलिस ( up police ) महकमे में महिला उत्पीड़न की पोल खोल दी है।