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पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने तीन तलाक के कानून पर मुस्लिम महिलाओं के उत्पीड़न रुकने के सवाल पर कहा कि जिस संवैधानिक व्यवस्था में भारत के लोग रह रहे हैं, उसमें महिला और पुरुष को समान अधिकार है। किसी को भी किसी की अस्मिता के हनन का अधिकार नही है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी इस विषय पर कह चुके हैं कि मैं उस कमेटी का मेंबर नहीं था, लेकिन मेरी राय उसमें जरूर शामिल की गई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि केरल प्रदेश जैसा ही भारतवर्ष के सभी प्रदेश होने चाहिए। केरल में 100% साक्षरता है। अन्य प्रदेश भी इसी तरीके से साक्षर बने तो कोई भी समस्या नहीं रहेगी। अधिकांश समस्याएं शिक्षा से दूर हो जाती है। यह तो सभी प्रदेशों में होना चाहिए कि देश के सभी प्रदेश साक्षर बने। उन्होंने कहा बुलन्दशहर मेरा परिवार है।