वीडियो देखने के लिए यहां किल्क करें-https://www.youtube.com/watch?v=905Z2L4FlBk&feature=youtu.be ये हैं मांगे
शहीद की पत्नी संगीता देवी की मांग है कि देश की सुरक्षा को जवान चाहिए तो परिवार को सीएनजी पंप चाहिए। उनका कहना है कि जब तक बेटा बड़ा हो पंप पर दो फौजी सुरक्षा के लिए तैनात होने चाहिए। साथ ही गांव में शहीद के नाम पर स्कूल व शहीद की प्रतिमा गांव में लगाने की मांग की है।
शहीद की पत्नी संगीता देवी की मांग है कि देश की सुरक्षा को जवान चाहिए तो परिवार को सीएनजी पंप चाहिए। उनका कहना है कि जब तक बेटा बड़ा हो पंप पर दो फौजी सुरक्षा के लिए तैनात होने चाहिए। साथ ही गांव में शहीद के नाम पर स्कूल व शहीद की प्रतिमा गांव में लगाने की मांग की है।
एक सप्ताह से बैठी हैं भूख हड़ताल पर
शहीद की पत्नी एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठी हुई हैं। बता दें कि शहीद की पत्नी परिवार सहित भूख हडताल पर बैठ जाने से जिला प्रशासन में हड़कम्प के मच गया है। लेकिन इन सबसे प्रशासन कैसे निबटेगा अभी इसपर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। शहीद की पत्नी घर में ही भूख हड़ताल का बैनर लगा कर भूखहड़ताल पर बैठी हैं। हालत बिगड़ने से दीवार पर ही ग्लूकोज की बोतल को लगा कर उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है।
शहीद की पत्नी एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठी हुई हैं। बता दें कि शहीद की पत्नी परिवार सहित भूख हडताल पर बैठ जाने से जिला प्रशासन में हड़कम्प के मच गया है। लेकिन इन सबसे प्रशासन कैसे निबटेगा अभी इसपर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। शहीद की पत्नी घर में ही भूख हड़ताल का बैनर लगा कर भूखहड़ताल पर बैठी हैं। हालत बिगड़ने से दीवार पर ही ग्लूकोज की बोतल को लगा कर उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एडीए प्रशासन अरविंद कुमार ने बताया कि शहीद की पत्नी के भूख हड़ताल पर बैठने की जानकारी मिली है। बताया कि उनकी जो भी मांगे हैं उसके बारे में शासन को अवगत करा दिया गया है। साथ ही बताया कि शहीद की पत्नी को शासन की ओर से 20 लाख रुपए का चेक दिया जा चुका है और जो भी सहायता हो सकेगी उसको पूरा किया जायेगा।
एडीए प्रशासन अरविंद कुमार ने बताया कि शहीद की पत्नी के भूख हड़ताल पर बैठने की जानकारी मिली है। बताया कि उनकी जो भी मांगे हैं उसके बारे में शासन को अवगत करा दिया गया है। साथ ही बताया कि शहीद की पत्नी को शासन की ओर से 20 लाख रुपए का चेक दिया जा चुका है और जो भी सहायता हो सकेगी उसको पूरा किया जायेगा।
बतादें कि बुधवार को शहीद ब्रह्मपाल सिहं भाटी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सोझना रानी पहुंचा था। इलाके के लोगो को ब्रह्मपाल सिहं भाटी के पार्थिव शरीर पहुंचने की जानकारी मिली तो हजारों की तदात में लोगो का हुजूम शहीद के पार्थिव शरीर की एक मात्र झलक पाने के लिए दौड़ पडा। बता दें कि शहीद ब्रहमपाल सिंह अपने पीछे दो बेटी और एक बेटा छोड़ कर गया है। बड़ी बेटी करीब 9 साल की है। जबकि सबसे छोटा बेटा आशू पांच साल का है।