बताया जा रहा है कि जैसे ही डीएम-एसएसपी की कार बगैर पास के खुर्जा के एक नाके से गुजरी तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। डीएम-एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को परखने के लिए झूठ भी बोला, लेकिन पुलिसकर्मी टस से मस नहीं हुए और उनका चालान काटने की तैयारी करने लगे। यह देख पीछे से आ रही दूसरी कार में सवार पुलिसकर्मियों ने नाके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को डीएम-एसएसपी की सच्चाई बताई तो वे हैरान रह गए। इसके बाद डीएम-एसएसपी ने खुले दिल से पुलिसकर्मियों की तारीफ की।
यह भी पढ़ें- कोरोना को मात देकर ये शख्स हुआ स्वस्थ तो खुशी में फूलों का गुलदस्ता लेकर खुद डिस्चार्ज कराने पहुंचे आईजी दरअसल, बुलंदशहर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस वजह से बुलंदशहर को भी रेड जोन में शामिल किया गया है और यहां पुलिस लोगों से सख्ताई से निपट रही है। लेकिन, इसके बावजूद कुछ लोग मानने को तैयार नहीं हैं। इस तरह की शिकायत लगातार सामने आने के बाद जिला अधिकारी रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने निजी वाहन से औचक निरीक्षण का प्लान बनाया।
शनिवार सुबह जिले के दोनों सबसे बड़े अधिकारी एक निजी कार से खुर्जा कोतवाली क्षेत्र पहुंचे। जहां दोनों अधिकारियों ने सड़क पर पैदल ही उतरकर लॉकडाउन के हालात का जायजा लिया। जिला अधिकारी ने बताया कि अभी कई स्थानों पर ऐसे लोग नजर आए, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था। उन्होंने ऐसे लोगों को मास्क लगाने व बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी।
इस दौरान डीएम और एसएसपी के साथ एक ऐसा वाक्या हुआ, जिसे वह शायद ही भूल पाएं। बताया जा रहा है कि डीएम व एसएसपी अपनी निजी वैगनआर कार से खुर्जा नाके से गुजर रहे थे। इसी बीच उन्हें नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक लिया और पास दिखाने को कहा, लेकिन जब वह पास नहीं दिखा पाए। पुलिसकर्मियों ने उनसे बेवजह घूमने का कारण भी पूछा तो इस पर अधिकारी झूठ बोलने लगे। अधिकारियों ने पुलिस बैरियर पार करने का प्रयास किया तो पुलिसकर्मियों ने उनकी कार को घेर लिया।
इस दौरान मौके पर मौजूद एक उपनिरीक्षक डीएम-एसएसपी की कार का चालान काटने की तैयारी कर ही रहा था कि इतने में पीछे दूसरी गाड़ी आ गई, जिसमें उनके सुरक्षाकर्मी सवार थे। सुरक्षाकर्मियों ने गाड़ी से उतरकर उपनिरीक्षक और पुलिसकर्मियों को कार में मौजूद अधिकारियों की सच्चाई बताई तो वे हैरान रह गए। इस पर डीएम-एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को शाबाशी देते हुए पीठ थपथपाई और इसी तरह ड्यूटी करने को कहकर चले गए।