बुलंदशर कोतवाली सिटी क्षेत्र में आए दिन आवारा पशु खास तौर पर गोवंश अक्सर सड़कों पर घूमा करते हैं, जिससे कई बार एक्सीडेंट हुए हैं और कई लोग घायल भी हुए हैं। शासन का आदेश है कि आवारा पशुओं को गौशाला बनाकर वहां पर छोड़ा जाए। मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है। वर्तमान में अगर हम ग्रामीण क्षेत्रों की भी बात करें तो जिले के नैथला हसनपुर में आवारा पशुओं ने किसानों पर कई हमले भी किए हैं।
वहीं, लखावटी क्षेत्र के एक गांव में एक बुजुर्ग की आवारा गोवंश ने जान ले ली थी। अगर देहात क्षेत्र की बात करें तो आवारा पशु फसल का तो नुकसान कर ही रहे हैं। साथ ही साथ जो किसान खेतों में अपना काम करने जाते हैं। उन पर भी आवारा पशु टक्कर मार कर घायल कर देते हैं, जिससे न सिर्फ आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, बल्कि राह चलते लोगों को भी जान बचाना मुश्किल हो रहा है।