दरअसल, मामला बुलंदशहर के अहमदगढ़ में तैनात डायल 100 के सिपाही राजवीर और उसके तीन साथियों की करतूत के बाद हुआ है। बुधवार शाम डायल 100 कांस्टेबल राजवीर और उसके 3 साथी ने बीए की एक छात्रा से छेड़छाड़ करते हुए उसको गाड़ी में खींचने का प्रयास किया। इसके बाद छात्रा ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने पुलिस कांस्टेबल और उसके साथियों को घेर लिया। लोगों से अपने आपको घिरा देख कांस्टेबल आैर एक आरोपी तो मौके से भागने में कामयाब हो गए। वहीं लोगों ने उसके दो साथियों को कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दिया।
इसके बाद जब पीड़िता अपने परिजनों के साथ कोतवाली में मुकदमा लिखवा रही थी। तभी आरोपी सिपाही कोतवाली में ही अपने साथियों के साथ पीड़ित लड़की और उसके परिजनों को धमकाने के लिए पहुंच गया। कोतवाली में जब वह अपनी वर्दी का रॉब ग़ालिब कर रहा था, तभी पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर सलाखों के पीछे धकेल दिया। बुधवार देर रात कांस्टेबल समेत चार आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 में मुकदमा दर्ज किया गया। गुरुवार को पुलिस कांस्टेबल राजवीर और उसके दो साथियों को जेल भेजने की तैयारी में जुटी थी। जबकि पुलिस की एक टीम एक अन्य फरार युवक को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी। इस मामले में एसपी क्राइम शिवराम यादव ने बताया कि एक छात्रा की तहरीर पर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है और सिपाही सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।