दरअसल, डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता को कई दिन पहले जटिया सीएचसी में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद उसका इलाज कर छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन गुरुवार शाम पीड़िता के पेट मे फिर तेज दर्द हुआ और परिजन उसे लेकर फिर सीएचसी पहुंचे। यहां तेज दर्द होने के कारण वह अस्पताल परिसर के फर्श पर ही लेट गई। वहीं आरोप है कि महिला कई घंटे दर्द के कारण फर्श पर लेटी रही लेकिन अस्पताल प्रशासन के किसी भी कर्मचारी ने सुध नहीं ली। हालांकि जब परिसर में कैमरे पहुंचा तो पीड़ित महिला को वार्ड में ले जाया गया।
डॉ. अजीत बाबा का कहना है कि महिला कई दिन पहले यहां इलाज कराने के लिए भर्ती हुई थी। जिसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन गुरूवार फिर से उसे पेट में दर्द हुआ जिसके कारण वह फर्श पर लेट गई। लेकिन जैसे ही स्टाफ को इस बारे में पता चला तो वह महिला को वार्ड में ले आए। यदि इस मामले में किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।