जानकारी के अनुसार अस्पताल के पीछे धर्मशाला में कस्बे एवं ग्रामीण अंचल में पॉजीटिव रोगियों का प्रशासन द्वारा क्वारंटीन सेंटर में उपचार किया जा रहा है। यहां पर एक दर्जन से अधिक रोगी भर्ती है। प्रशासन की लापरवाही से रोगियों को सुबह शाम गिनती की 4-4 रोटियां दी जाती है। रोगी ज्यादा रोटी मांगता है तो उसको मना कर दिया जाता है। रोगियों को चाय, नाश्ता, दूध, फल आदि कुछ भी नहीं दिए जा रहे हैं, जबकि बीमार रोगियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन की आवश्यकता होती है। सफाई भी दो तीन दिन में एक बार की जाती है। वाश बेसिन, शौचालय से लेकर हर जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। नगर कांगे्रस अध्यक्ष चौथमल पंचौली ने बताया कि प्रशासन खाने, नाश्ते आदि के पैसे बचा रहा है और यही स्थिति रही तो कई रोगी भूख से ही मर जाएंगे। इस संबंध में इन्सीडेंट कमांडर उपखण्ड अधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि क्वारंटीन सेंटर में सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य नगरपालिका द्वारा किया जा रहा है, वे अस्पताल के रोगियों से जानकारी लेकर नगरपालिका से व्यवस्था दुरुस्त करवाएंगे।