चारदीवारी के लिए राशि मिली, खसरा संख्या को लेकर अटकी
बूंदीPublished: Feb 27, 2021 09:20:12 pm
देई. राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मीणा की झोपडिय़ां में विद्यालय के लिए विधायक कोष से स्वीकृत दस लाख रुपए में से एसएमसी के खाते में आठ लाख रुपए आने के बाद भी खसरा संख्या को लेकर चारदीवारी का निर्माण अटका हुआ है। ऐसे में अब अगर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो राशि लेप्स हो जाएगी।
चारदीवारी के लिए राशि मिली, खसरा संख्या को लेकर अटकी
देई. राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मीणा की झोपडिय़ां में विद्यालय के लिए विधायक कोष से स्वीकृत दस लाख रुपए में से एसएमसी के खाते में आठ लाख रुपए आने के बाद भी खसरा संख्या को लेकर चारदीवारी का निर्माण अटका हुआ है। ऐसे में अब अगर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो राशि लेप्स हो जाएगी। विद्यालय में शनिवार को एसएमसी सदस्यों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें सभी ने सर्वसहमति से निर्णय लेकर एक बार पुन: उच्च अधिकारियों को समस्याओं से अवगत करवाकर शीघ्र समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। एसएमसी अध्यक्ष भैरूप्रकाश मीना ने बताया कि विद्यालय प्रबन्ध समिति के खाते में 13 जनवरी 2021 को राशि प्राप्त हो चुकी है, लेकिन नायब तहसीलदार देई के आदेश की अनुपालना में गठित टीम अनुसार वर्तमान में विद्यालय को आवंटित खसरा संख्या पर आबादी बसी हुई है व अतिक्रमण के कारण विद्यालय को आवंटित भूमि भी पूर्ण नहीं है। इसलिए निर्माण शुरू नहीं हुआ।
खसरा संख्या परिवर्तन पर होगा निर्माण
जानकारी के अनुसार नैनवां तहसीलदार व देई नायब तहसीलदार के आदेश पर सीमाज्ञान हेतु टीम द्वारा मौके पर सीमाज्ञान किया। जिस पर वर्तमान में विद्यालय की जगह आबादी बसी हुई है। खेल मैदान की आंवटित जगह कृषि भूमियों के बीच में है। सीमाज्ञान होने से पूर्व ही गांव में सिवायचक भूमि पर भवन बना हुआ है। खेल मैदान भी छोड़ा गया है, लेकिन विद्यालय को आवंटन नम्बर 363 व 370 सिवायचक के स्थान पर 841/451 रकबा 2 बीघा हो गया तथा खेल मैदान के लिए खसरा नम्बर 347 सिवायचक के स्थान पर खसरा नम्बर 840/ 372 रकबा 3 बीघा हो गया। ऐसे में खसरा संख्या परिवर्तन पर ही चारदीवारी का निर्माण होगा। यहां विद्यालय भवन के लिए राशि भी स्वीकृत हो चुकी है। ऐसे में उसमें भी भवन निर्माण में परेशानी होगी। इस बारे में ग्रामीण घनश्याम मीना ने बताया कि खसरा संख्या परिवर्तन के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को अवगत करवाया है, लेकिन अभी तक खसरा संख्या परिवर्तन ही हुआ है। जिससे काम अटका हुआ है। जमीन आंवटन के लिए मंत्री अशोक चांदना द्वारा जिला कलक्टर को भी पत्र लिखा है।