बूंदीPublished: May 28, 2019 12:45:40 pm
पंकज जोशी
आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। कार्ड बनवाने की बैंकों में की गई व्यवस्था भी अनदेखी का शिकार हो रही है।
बैंकों व पोस्ट ऑफिस में बंद रहते हैं आधार काउंटर, नजर नहीं आ रही मॉनिटरिंग
बूंदी. आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। कार्ड बनवाने की बैंकों में की गई व्यवस्था भी अनदेखी का शिकार हो रही है। यहां चल रहे आधार कार्ड काउंटरों का कोई धणी धोरी नहीं है। बैंक प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं होने से भीषण गर्मी में लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए चक्कर काटते दिख रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व में अटल सेवा केंद्र में आधार कार्ड बनाए जाते थे, लेकिन अब यहां कार्ड बनाने का काम बंद हो गया।
देखा तो बंद मिले काउंटर
-आंखों देखी
सोमवार को शहर के कुछ बैंकों में पड़ताल की तो आधार कार्ड बनवाने की स्थिति का जायजा लिया। दोपहर करीब दो बजे नैनवां रोड प्रधान डाकघर में आधार कार्ड काउंटर का केबिन बंद था। यहां मिले बुजुर्गों ने बताया कि आज कोई कर्मचारी नहीं है।पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि मशीन खराब हो रही है। जब चौगान दरवाजे के भीतर आईसीआईसीआई बैंक शाखा में भी कमरे पर ताला लगा हुआ था। बैंक के चौकीदार से पूछा तो बोला की आधार कार्ड बनाने वाले दोपहर करीब एक बजे ही ताला लगाकर चले गए। अब मंगलवार को आना होगा।एसबीआई बैंक गुरुनानक कॉलोनी में शाखा प्रबंधक हरिकिशन मीना से आधार कार्ड बनवाने के बारे में पूछा तो बताया कि आज आधार कार्ड बनाने वाले नहीं आए। जब करीब तीन बजे लंकागेट एक्सिस बैंक में जाकर पूछा। तो कर्मचारी ने कहा कि साढ़े तीन बजे बाद आना। सिंडिकेट बैंक में जाकर देखा तो वहां पर कर्मचारी आधार कार्डबना रहा था।
अटक रहे कई काम
आधार कार्ड बनाने के लिए भटक रहे लोगों ने बताया कि कार्ड नहीं बनने या अपडेट नहीं होने पर उनके कई काम अटक गए। विद्यार्थियों ने बताया कि आने वाले दिनों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, तब उन्हें आधार नहीं होने पर परेशानी झेलनी पड़ेगी। बुजुर्ग रामप्रताप ने बताया कि आधार नहीं बनने से पेंशन अटक गई। महेन्द्र सिंह ने बताया कि आधार नहीं होने से छात्रवृत्ति आवेदन नहीं कर सका।
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शहर के पोस्ट ऑफिस, चौगान दरवाजे वाले आईसीआईसीआई, एक्सीस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी व सिंडीकेट बैंक में आधार बनाए जा रहे हैं। हमारे 11 ऑपरेटर ब्लेक लिस्ट हुए हैं। 5 से 6 ग्राम पंचायतों में हमारे द्वारा कार्ड बन रहे हैं। यहां बैंक ही मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे लीड बैंक के अंडर में आते हैं।
पंकज मीणा, उपनिदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, बूंदी