बूंदीPublished: May 26, 2020 08:30:33 pm
पंकज जोशी
कुवांरती कृषि उपज मंडी में शनिवार को खरीदे गए माल का लदान नहीं होने के चलते सोमवार को मंडी खोलने के बाद फिर किसानों को ट्रॉलियां खाली करने में मशक्कत करनी पड़ी।
24 हजार बोरी माल आया, पहले के माल का नहीं हो सका लदान
24 हजार बोरी माल आया, पहले के माल का नहीं हो सका लदान
रामगंजबालाजी. कुवांरती कृषि उपज मंडी में शनिवार को खरीदे गए माल का लदान नहीं होने के चलते सोमवार को मंडी खोलने के बाद फिर किसानों को ट्रॉलियां खाली करने में मशक्कत करनी पड़ी। माल लेकर आए किसानों को धान से भरे कट्टों के बीच में ट्रॉलियां खाली करनी पड़ी। हालांकि मंडी में अन्य दिनों की तुलना में धान की आवक 5 हजार बोरी होने से किसानों ने जैसे तैसे अपनी ट्रॉलिया खाली कर ली। लेकिन मंडी में माल की नीलामी होने के बाद प्लेटफार्म और याडऱ्ो में खरीदे माल के कट्टों से भर गया। ईद की बैंकों में छुट्टी होने के चलते कई किसानों को माल बेचने के बाद बिना भुगतान लिए ही घर लौटना पड़ा । आढ़तिया संघ द्वारा किए गए निर्णय को बदलने के बाद यहा कारोबार तो हो गया। मंडी खोलने से सभी वर्ग का रोजगार तो चल गया। लेकिन किसानों को मंडी में माल बेचने के बाद अपनी उपज का बिना दाम लिए ही निराश लौटना पड़ा। माल लदान के लिए ही रखी थी छुट्टी
सोमवार की छुट्टी शनिवार को मंडी बिकने के बाद सभी वर्ग के लोगों की मीटिंग होने के बाद सोमवार को मंडी में खरीदे किए गए माल का संपूर्ण लदान करने के लिए सोमवार को ईद की छुट्टी रखी थी। लेकिन हम्मालों की हठधर्मिता के आगे मंडी प्रशासन व आढ़तिया संघ ने मंडी को चलाकर मंडी भर दिया। अब यहां मंगलवार को माल लेकर आने वाले किसानों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
पांच दिनों से नहीं हो रहा माल का उठाव
नैनवां. नैनवां में समर्थन मूल्य के गेहूं खरीद केन्द्र पर खरीदे गए माल का उठाव नहंी होने से गेहूं के कट्टों का खुले में ही ढेर लग गया। गाडिय़ां उपलब्ध नहीं होने से केन्द्र पर पांच दिनों से माल का उठाव नहीं हो रहा। खरीद केन्द्र प्रभारी गजेन्द्र नागर ने बताया कि एफसीआई के सवाईमाधोपुर व बूंदी के गोदामों पर ट्रकों में भेजा माल खाली नहीं होने से चार दिनों से लम्बी कतार लगी होने से माल लदान कराने के लिए ट्रक उपलब्ध नहीं हो पा रहे। केन्द्र पर 21 मई से ही माल का लदान नहीं हो पा रहा। जिससे खरीद किए माल को खुले में ही रखना पड़ रहा है। केन्द्र पर साढ़े चार हजार कट्टों का स्टॉक हो रहा है। एफसीआई वालों से बात करते है तो कहते है कि कोरोना की वजह से श्रमिक कम मिलने से ट्रक खाली होने में समय लग रहा है। समय पर उठाव नहीं होगा तो किसानों को भी समय पर भुगतान नहीं मिल पाएगा।