पिता के बाद बेटा भी 23 साल का सरपंच बना
इसे संयोग ही कहेंगे कि जिस उम्र में पिता सरपंच बने थे, उसी उम्र में आकर बेटा सरपंच बना। जी हां! देहीखेड़ा में महावीर मीणा 23 साल की उम्र में वर्ष 1978 में सरपंच बने। बाद में वह बूंदी के जिला प्रमुख रहे। शुक्रवार को बेटा राजकुमार मीणा भी 23 साल की उम्र में सरपंच बन गया।
आज चुनेंगे उपसरपंच
उपसरपंचों का चुनाव शनिवार को होगा। इसके लिए सुबह नाम-निर्देश पत्र भरे जाएंगे। इसके बाद जांच होगी। जांच के बाद प्रत्याशियों की सूची का प्रकाशन किया जाएगा। उपसरपंच के चुनाव में वार्ड पंच हिस्सा लेंगे।