बूंदीPublished: May 07, 2021 09:22:24 pm
पंकज जोशी
नैनवां के कनकसागर व नवलसागर तालाबों में पानी की आवक के रास्ते अवरुद्ध पड़े हैं। जिसके कारण दोनों तालाब कई वर्षों से खाली रह जाने का दंश झेल रहे हैं।
65 लाख का तकमीना तैयार, बजट का इंतजार
65 लाख का तकमीना तैयार, बजट का इंतजार
बरसात से पहले काम शुरू नहीं हुआ तो तालाब खाली ही रह जाएंगे
नैनवां के दोनों तालाबों में पानी की आवक बढ़ाने का मामला
नैनवां. नैनवां के कनकसागर व नवलसागर तालाबों में पानी की आवक के रास्ते अवरुद्ध पड़े हैं। जिसके कारण दोनों तालाब कई वर्षों से खाली रह जाने का दंश झेल रहे हैं। मानसून आने वाला है। मानसून आने से पहले कस्बे के दोनों तालाबों में पानी के बंद रास्तों को नहीं खुलाया गया तो फिर दोनों ही तालाब खाली रह जाएंगे।
जलसंसाधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि जलसंसाधन विभाग ने रास्तों को खोल कर पानी की आवक बढ़ाने के लिए 65 लाख रुपए की डीआईपीआर तैयार की है। जिसको अब स्वीकृति का इंतजार है। तालाबों में पानी की आवक वाले केचमेंट एरिया में स्थित चरागाह व सिवायचक भूमि आवक बढ़ाने के लिए खुदाई फीडरों पर अतिक्रमियों ने मिट्टी के चेक डेम बनाकर आवक में बाधा खड़ी कर रखी है। दूसरी बाधा एनएच 148 डी के निर्माण के दौरान तालाबों के केचमेंट एरिया में ही मिट्टी व झींकरा की खुदाई से हो गई। निर्माण कम्पनी ने केचमेंट एरिया में किए खनन से गहरी खाइयां खोद दी। जिससे तालाबों में पानी की आवक ठहर गई। हनुवंतपुरा व बीजलबा रोड पर लगभग तीन से चार किमी वर्ग क्षेत्र में खनन हो रहा है। अवरोधों को नहीं हटाया तो इस वर्ष भी तालाब भर नहीं पाएंगे। फसलों की कटाई हो जाने से खेत खाली पड़े होने से इस समय ही प्रशासन चाहे तो आवकों को बहाल करा सकता है।
नवलसागर तक भी नहीं पहुंचता पानी
नवलसागर तालाब में भी पानी की आवक बढ़ाने के लिए तालाब के तीन गांवों बीजलबा, चैनपुरिया व हनुवंतपुरा के माळ के पानी को तालाब की ओर मोडऩे के लिए बीजलबा फीडर का निर्माण हो रहा है। फीडर का रास्ता कई जगह अतिक्रमण से अवरुद्ध हो रहा है। लोगों ने फीडर को ही तोडकऱ तालाब में आने वाले को खेतों में ही रोक लिया जाता है। इसके अलावा तालाब के केचमेंट क्षेत्र के दरड़ों-बरड़ों से आने वाले पानी के रास्तों पर भी बना रखे चेक डेम से आवक अवरुद्ध कर रखी है।
कनकसागर की तीनों फीडर अवरुद्ध
कनकसागर तालाब के ऊपर स्थित चरागाह व सिवायचक भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पानी की आवक में सबसे ज्यादा बाधक बने हुए हैं। अतिक्रमियों ने इस सरकारी भूमि पर जगह-जगह पर नालों पर चेक डेम बना रखे हैं। जिससे नालों में आने वाला बरसाती पानी को चेक डेम ही रोक लेते है। कनकसागर में पानी की आवक बढ़ाने के लिए भावपुरा, पांडुला व सुवानियां फीडरों का निर्माण हो रहा है। तीनों गांवों के माळ के पानी की आवक फीडरों के माध्यम से तालाब की ओर मुड़ तो रही है। पानी तालाब तक पहुंचे उसे पहले ही अतिक्रमियों ने फीडरों के पानी को चेक डेम में रोक लिया जाता है।
तालाबों में पानी की आवक बढ़ाने के लिए डीआईपीआर तकमीना तैयार करने के निर्देश मिले थे। 65 लाख रुपए का तकमीना तैयार किया है।
जिसमें पानी के आवक के अवरूद्ध पड़े रास्तों व खाळों-नालों का खुलासा कराया जाना है। तकमीना नगरपालिका को भिजवा दिया है। जैसे ही राशि स्वीकृत होगी, वैसे ही कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
जम्बूकुमार जैन, सहायक अभियंता, जल संसाधन विभाग