एक दशक बाद झील में सुनाई दिया पक्षियों का कलरव
हिण्डोली की राम सागर झील में बरसों बाद प्रवासी पक्षियों के आने से झील फिर जीवंत हो उठी हैं। यहां पर दिनभर पक्षियों के कलरव से पक्षी प्रेमी आनंदित हो रहे हैं।

एक दशक बाद झील में सुनाई दिया पक्षियों का कलरव
सैकड़ों प्रवासी पक्षियों ने डाला डेरा
मतस्य ठेका नहीं होने से पक्षियों को मिली विचरण की आजादी
हिण्डोली. हिण्डोली की राम सागर झील में बरसों बाद प्रवासी पक्षियों के आने से झील फिर जीवंत हो उठी हैं। यहां पर दिनभर पक्षियों के कलरव से पक्षी प्रेमी आनंदित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस बार झील का मतस्य ठेका नहीं होने से यहां पर सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पक्षियों की आवक शुरू हो गई, जो लगातार बढऩे लगी है। इन दिनों झील में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी कलरव करते है तो पानी में एक साथ डूबकी लगाकर फिर बाहर निकलते हैं। जिन्हें देखकर कस्बेवासी भी आनंदित रहते हैं। शाम को पक्षियों को देखने बड़ी संख्या में कस्बे के पक्षी प्रेमी पहुंचते हैं। जो उन्हें निहारने के साथ ही कैमरे में उनकी गतिविधियों को कैद करते रहते है।
एक दशक बाद नजर आया ऐसा नजारा
एक दशक पहले राम सागर झील में विदेशी प्रजातियों के पक्षी एवं सारस, जलमुर्गी, भाटिया सहित कई पक्षी आते थे। वहीं बड़ी मात्रा में सारसों का जमावड़ा था। लेकिन बीच में मत शेट्टी का होने के साथ ही यहां पर रखवाले झील में आने वाले पक्षियों को उड़ा देते थे। जिससे झील सूनी हो गई थी। अब झील में पक्षियों ने अपना आवास बना लिया है एवं दिन रात पर डेरा डाले हुए हैं।
रेशियन कोमन कूट प्रजाति के है पक्षी
पक्षी प्रेमियों के अनुसार यहां पर रेशियन कॉमन कूट पक्षियों का जमावड़ा ज्यादा है। जो विभिन्न ठंडे प्रदेशों से यहां पर पहुंच रहे हैं। इसके अलावा अन्य प्रजाति के भी पक्षी हैं जो झील में चहल कदमी करते हैं।
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