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अंकेक्षण आक्षेपों को गंभीरता से लें अधिकारी

locationबूंदीPublished: Aug 08, 2020 06:08:32 pm

स्थानीय निधि अकेंक्षण विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 की जिला स्तरीय समिति की प्रथम त्रैमासिक बैठक शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर आशीष गुप्ता की अध्यक्षता में हुई।

अंकेक्षण आक्षेपों को गंभीरता से लें अधिकारी

अंकेक्षण आक्षेपों को गंभीरता से लें अधिकारी

अंकेक्षण आक्षेपों को गंभीरता से लें अधिकारी
बूंदी. स्थानीय निधि अकेंक्षण विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 की जिला स्तरीय समिति की प्रथम त्रैमासिक बैठक शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर आशीष गुप्ता की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में जिला कलक्टर ने संस्थाओं की ओर से वांछित अपेक्षित लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं किए जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए अधिक से अधिक आक्षेपों को निरस्त कराने के लिए विकास अधिकारियों को पंचायत प्रसार अधिकारियों को दायित्व सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी संस्थाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आक्षेप का यदि कोई भाग अनुपालना से शेष रहे तो आक्षेप निरस्त नहीं होने से अनुपालना का कोई औचित्य नहीं रहता।
कलक्टर ने सभी अधिकारी, कर्मचारियों को अंकेक्षण आक्षेपों को गम्भीरता पूर्वक लेने की सलाह दी। साथ ही उनकी ओर से वार्षिक लक्ष्यों में विभाजित कर हर महीने की प्रगति सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी योजनाबद्ध तरीके से सुनियोजित कर आक्षेपों की निस्तारण की पालना बनाए। उच्चतर विभाग से समय पर कार्रवाई करें।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक एवं सदस्य सचिव पूनम मेहता ने बताया कि संभागीय आयुक्त की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए संभागाधीन संस्थाओं में एक अपे्रेल, 2020 को बकाया आक्षेपों के न्यून्तम 40 प्रतिशत आक्षेपों के निस्तारण का लक्ष्य आवंटित किया गया। इसी अनुसार संस्थाओं की ओर से 10 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किए जाने थे, लेकिन प्रथम त्रैमास तक कृषि उपज मण्डी समिति सुमेरगंजमण्डी 20 प्रतिशत एवं जिला महिला अधिकारिता विभाग बूंदी 13 प्रतिशत को छोडकऱ अन्य किसी भी संस्था की ओर से अपेक्षित लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं की गई। उन्होंने बताया कि बूंदी जिले की स्वायत्तशासी संस्थाओं की ओर 15620 सामान्य आक्षेप, 78 प्रारूप प्रालेख (गंभीर आक्षेप) एवं 170 गबन प्रकरणों में सन्हित राशि 84.73 लाख बकाया है, जिसके लिए समिति की ओर से सम्बन्धित संस्थाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बकाया आक्षेपों के अन्तर्गत अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए ठोस एवं सारगर्भित पालनाएं अंकेक्षण विभाग को भिजवाई जावे।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरू प्रकाश नागर आदि उपस्थित रहे।

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