बूंदीPublished: May 28, 2020 07:40:19 pm
पंकज जोशी
भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ से निकल रही मेज नदी बूंदी जिले के लिए इस बार गर्मी के मौसम में वरदान साबित हो रही है।
नदी पर बने सभी एनिकट पानी से भरे हुए
नदी पर बने सभी एनिकट पानी से भरे हुए
बसोली. भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ से निकल रही मेज नदी बूंदी जिले के लिए इस बार गर्मी के मौसम में वरदान साबित हो रही है। मेज नदी कई वर्षों बाद गर्मी में बसोली क्षेत्र के ग्राम ओवण से लाखेरी तक पानी से भरी हुई है। ऐसा नजारा गर्मी में तीन-चार दशक पहले देखा गया था। वर्ष 2019 में अच्छी बारिश होने से मेज नदी में लगातार 3 महीने तक पानी की आवक बनी हुई थी। इसके चलते मेज नदी लबालब है व सभी एनिकट पानी से भरे हुए हैं। मेज नदी लबालब होने से आसपास के गांव का जलस्तर भी ऊपर उठा हुआ है। इसके चलते इस बार गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना भी नहीं करना पड़ा। अलोद के पूर्व सरपंच किशन बैरागी बताते हैं कि मेज नदी बूंदी जिले के गांव के लिए वरदान से कम नहीं है।
चौड़ी हो गई नदी
मेज नदी पर बने गुढ़ा बांध के गत वर्ष बारिश में 17 गेट खोलने से मेज नदी के किनारे अतिक्रमण बह गए थे। इससे नदी अब काफी चौड़ी नजर आती है। इससे क्षेत्र में जलस्तर बना हुआ है।