तहसील के दर्जे का इंतजार
कस्बे में स्थित उपतहसील को अब तहसील के दर्जे का इंतजार है। जानकारी के अनुसार वर्ष 1999 में देई में उपतहसील बनाया गया था। अब तहसील बनने से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की सहूलियत में इजाफा होगा। अभी तहसील के कामकाज के लिए नैनवां जाना पड़ता है। जबकि देई क्षेत्र का बड़ी संख्या में गांवों से जुड़ाव है और यहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से लोग रोजाना विभिन्न कामकाज के लिए आते हैं। वर्तमान में उपतहसील में 8 पंचायतों के 13 पटवार मण्डल व 50 गांव शामिल हैं। जिनमें ग्राम पंचायत गुढ़ादेवजी, कोलाहेड़ा, फुलेता, देई, भजनेरी, मोडसा, जैतपुर शामिल है। वहीं तहसील क्षेत्र में डोकून पंचायत को भी शामिल करने की मांग की है।
यह होंगे काम
उपतहसील से तहसील बनने पर लोगों को जमीन कन्वर्ट, प्रमाण पत्र, न्यायालय प्रकरण, गैर खातेदारी से खातेदारी व विभाजन के काम होंगे। इस बारे में देई नायब तहसीलदार कैलाश मीना ने बताया कि उच्च अधिकारियों को निर्देश पर कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।