फैक्ट फाइल
सफाई कर्मचारी 246
वार्ड 60
ऑटो टिपर 40
फोगिंग मशीन 2
डम्पर 2
ठेकाकर्मी 110
टैक्टर-ट्रॉली 3
जेसीबी 2
डोजर 1
सीवरेज मशीन 5
ऑटो धुलाई मशीन 1
रोडस्वीपर 1
रिफ्यूजी कॉॅम्पेटक्टर 2
बूंदी बोली ... सफाई तो बेहतर कराओ सा’ब
बूंदी. शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर शहर के माटूंदा रोड निवासी महेन्द्र सिंह, मनीषा सिंह, गजेन्द्र कुमार ने कहा कि सफाई के हालातों को एकबार जिम्मेदार यहां आकर देखे। सफाई नहीं करा रहे, ऐसे लोगों को सीट पर बैठने का ही अधिकार नहीं। चंपाबाग के दरवाजे के निकट निवासी शबनम ने कहा कि सफाई तो बेहतर कराओ सा’ब। ऐसे हालात पहले कभी नहीं दिखे। कचरे के ढेर में दिनभर मवेशी और ***** मुंह मार रहे। इन्हें उठाने कई-कई दिनों में आ रहे। शहर के रतनबुर्ज के पास मोहन सिंह, जितेन्द्र सैनी, रामप्रकाश वर्मा ने बताया कि नालियों की सफाई हों। यहां जिलेभर के लोग आते हैं। ऐसे हालात तो गांवों में नहीं दिखते होंगे। जिम्मेदार अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। जितेन्द्र सिंह हाड़ा ने कहा कि सफाई की ही व्यवस्थाएं ठीक नहीं हो रही, ऐसे में और सुविधा की ओर कैसे ध्यान देंगे।
सफाई कर्मचारी 246
वार्ड 60
ऑटो टिपर 40
फोगिंग मशीन 2
डम्पर 2
ठेकाकर्मी 110
टैक्टर-ट्रॉली 3
जेसीबी 2
डोजर 1
सीवरेज मशीन 5
ऑटो धुलाई मशीन 1
रोडस्वीपर 1
रिफ्यूजी कॉॅम्पेटक्टर 2
बूंदी बोली ... सफाई तो बेहतर कराओ सा’ब
बूंदी. शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर शहर के माटूंदा रोड निवासी महेन्द्र सिंह, मनीषा सिंह, गजेन्द्र कुमार ने कहा कि सफाई के हालातों को एकबार जिम्मेदार यहां आकर देखे। सफाई नहीं करा रहे, ऐसे लोगों को सीट पर बैठने का ही अधिकार नहीं। चंपाबाग के दरवाजे के निकट निवासी शबनम ने कहा कि सफाई तो बेहतर कराओ सा’ब। ऐसे हालात पहले कभी नहीं दिखे। कचरे के ढेर में दिनभर मवेशी और ***** मुंह मार रहे। इन्हें उठाने कई-कई दिनों में आ रहे। शहर के रतनबुर्ज के पास मोहन सिंह, जितेन्द्र सैनी, रामप्रकाश वर्मा ने बताया कि नालियों की सफाई हों। यहां जिलेभर के लोग आते हैं। ऐसे हालात तो गांवों में नहीं दिखते होंगे। जिम्मेदार अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। जितेन्द्र सिंह हाड़ा ने कहा कि सफाई की ही व्यवस्थाएं ठीक नहीं हो रही, ऐसे में और सुविधा की ओर कैसे ध्यान देंगे।
रतनबुर्ज के आस- पास नालियां जाम
शहर के प्रमुख स्थान रतनबुर्ज के आस-पास ही गंदगी के ढेर लगे दिख रहे। इसके सामने चौराहे के फव्वारे बंद हुए वर्षों हो गए। इसे भी कचरा पात्र बना दिया। इसके आस-पास की नालियों की सफाई हुए तो मानों कई साल हो गए। लंकागेट पर नालियों का पानी सड़क पर बह रहा।
शहर के प्रमुख स्थान रतनबुर्ज के आस-पास ही गंदगी के ढेर लगे दिख रहे। इसके सामने चौराहे के फव्वारे बंद हुए वर्षों हो गए। इसे भी कचरा पात्र बना दिया। इसके आस-पास की नालियों की सफाई हुए तो मानों कई साल हो गए। लंकागेट पर नालियों का पानी सड़क पर बह रहा।
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। फिर भी व्यवस्थाएं सुधारी जाएगी। शहर की सफाई व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
महावीर सिंह सिसोदिया, आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी
महावीर सिंह सिसोदिया, आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी