बूंदीPublished: May 08, 2021 10:14:20 pm
पंकज जोशी
हिण्डोली उपखंड की सबसे बड़ी पंचायत गोठड़ा में इन दिनों आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक चिकित्सक के भरोसे चल रहा है। जिससे यहां उपचार करवाने आने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक चिकित्सक के भरोसे आदर्श पीएचसी, नर्सिंग कर्मियों की कमी
एक चिकित्सक के भरोसे आदर्श पीएचसी, नर्सिंग कर्मियों की कमी
गोठड़ा. हिण्डोली उपखंड की सबसे बड़ी पंचायत गोठड़ा में इन दिनों आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक चिकित्सक के भरोसे चल रहा है। जिससे यहां उपचार करवाने आने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार कस्बे में स्थित राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक चिकित्सक कार्यरत हैं, जबकि गांव की आबादी करीब 5000 है। ऐसे में यहां आने वाले ग्रामीणों को एक चिकित्सक दिन भर भी देखे तो परामर्श के अलावा चिकित्सक और अन्य कार्य नहीं कर पता है। कोरोना संक्रमण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी समय पर मरीजों की भीड़ लगी रहती है। जिन्हें परामर्श एवं उपचार देने में खुद चिकित्सक अब थकान महसूस करने लग गए हैं।
50 ओपीडी,एक चिकित्सक के भरोसे
कस्बे में स्थित आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्थाई तौर पर एक ही चिकित्सक कार्यरत है। यहां पर प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज कस्बे सहित आसपास के गांवों से आकर उपचार करवाते हैं। आबादी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्थाई तौर पर दो चिकित्सक कार्यरत होने चाहिए, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास चिकित्सकों की कमी होने के कारण एक ही चिकित्सक सारी व्यवस्थाएं संभाल रहे है।
चिकित्सक इलाज करें या इंजेक्शन लगाएं
गोठड़ा के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आए दिन यह देखने को मिल रहा है कि जिस दिन फीमेल नर्स अनुपस्थित रहती है। उस दौरान कई बार चिकित्सक को केंद्र पर आए मरीजों को परामर्श एवं उपचार करने के साथ-साथ उन्हें इंजेक्शन भी देना पड़ता है। बच्चों के टीकाकरण में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। केंद्र पर प्रति माह 30 महिलाएं प्रसव करवाने आती है। जिनकी सार संभाल भी कई बार फीमेल नर्स के अभाव में चिकित्सक को ही करनी पड़ती है। यहां पर चार अन्य कार्मिक भी कार्यरत है, लेकिन उनकी भी तबीयत खराब रहने के बावजूद भी सेवाएं दे रहे हैं।
10 माह से मेल नर्स बूंदी, एक फीमेल नर्स के भरोसे मरीज
जानकारी के अनुसार पूर्व में मेल नर्स होने से स्टोर, ओपीडी सहित नि:शुल्क दवा योजना आदि की मॉनिटरिंग समय पर हो जाती थी, लेकिन मेल नर्स को पिछले 10 माह से बूंदी स्थित कोविड-19 सेंटर पर प्रतिनियुक्ति पर लगा देने से परेशानी हो रही है। यहां पर एक फीमेल नर्स ही कार्यरत है, जो भी अधिकांश समय बीमार रहने के कारण केंद्र को समय नहीं देने से व्यवस्थाएं चरमराई हुई है।
पांच सब सेंटर, मॉनिटरिंग हो रही प्रभावित
गोठड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन पांच सब सेंटर बने हुए हैं। जिन पर एएनएम द्वारा ग्रामीणों को समय-समय पर परामर्श एवं उपचार किया जाता है, लेकिन एक चिकित्सक होने के कारण पांचों सब सेंटर्स का मॉनिटरिंग कार्य भी प्रभावित हो रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों में जन जागरूकता लाने, कोरोना संक्रमण के दौरान डोर टू डोर सर्वे सहित विभिन्न कार्य करने होते हंै, लेकिन अलग से मॉनिटरिंग प्रभारी नहीं होने से ग्रामीण इलाकों में परेशानी बनी हुई है।
वैक्सीनेशन में गोठड़ा पिछड़ा, अन्य पंचायतों में तेजी
राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन पांच उप स्वास्थ्य केंद्र बने हुए हैं। 45 प्लस आयु वर्ग के लोग 6990 हैं। जिनमें से करीब 58 फीसदी लोगों ने वैक्सीनेशन करवा चुके है। इनमें मेंडी एवं छाबडिय़ों का नयागांव के लोग कोरोना वैक्सीनेशन करवाने में आगे है। वहीं गोठड़ा और रोणीजा के करीब 50 फीसदी लोगों ने ही वैक्सीनेशन करवाया है।
गोठड़ा पीएचसी पर चिकित्सक सहित नर्सिंग कर्मियों को लगाने के लिए खेल एवं युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना से मिलकर समस्या से अवगत कराया दिया है।
प्रहलाद सिंह, कांग्रेस, ब्लॉक सचिव।
यहां कार्यरत मेल नर्स को वापस प्रतिनियुक्ति निरस्त कर केंद्र पर लगाया जाए। जिसके लिए सरपंचों एवं चिकित्सा विभाग के उच्चाधिकारियों को तीन बार पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। एक चिकित्सक होने के कारण कई परेशानियां बनी हुई है।
डॉ. मनोज मीणा, चिकित्सा प्रभारी, पीएचसी गोठड़ा।