बूंदीPublished: Nov 23, 2020 11:36:47 am
Narendra Agarwal
संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा ने रविवार को चंबल सिंचित क्षेत्र में अंतिम छोर पर नहरों जायजा लिया। वह किसानों से रूबरू हुए और रबी फसलों में सिंचाई के पानी के बारे में फीडबैक लिया।
संभागीय आयुक्त ने चंबल सिंचित क्षेत्र में अंतिम छोर पर नहरों का लिया जायजा
बूंदी. संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा ने रविवार को चंबल सिंचित क्षेत्र में अंतिम छोर पर नहरों जायजा लिया। वह किसानों से रूबरू हुए और रबी फसलों में सिंचाई के पानी के बारे में फीडबैक लिया।
संभागीय आयुक्त ने बूंदी जिले में लबान माइनर से लेकर माखीदा तक नहर के टेल क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सिंचाई के लिए दिए जा रहे पानी के बारे में जानकारी ली। मौका निरीक्षण कर अंतिम छोर तक के किसान को निर्बाध रूप से लगातार सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चंबल सिंचित क्षेत्र में अंतिम छोर तक सभी टेल पर किसानों को सिंचाई का पानी निर्बाध रूप से मिले यह सुनिश्चित किया जाए।
सिंचाई के पानी की छीजत रोकने के लिए अधिकारियों को निरंतर मॉनिटरिंग करने तथा नहर पर लगातार भ्रमण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर पहुंचकर किसानों से संवाद कायम करे। प्रत्येक किसान को उसकी फसल के अनुसार सिंचाई का पानी उपलब्ध हो सके। जल वितरण समितियों के पदाधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी लगातार संपर्क में रहकर नहरी पानी के संबंध में आने वाली समस्याओं का समय पर निराकरण किया जाए। उन्होंने अधीक्षण अभियंता को यह निर्देश दिए कि बूंदी, केशवरायपाटन, डाबर, इटावा, भदाना एवं सुल्तानपुर टेल पर पानी की उपलब्धता निर्बाध रूप से रहे।
किसानों से हुए रूबरू
निरीक्षण के दौरान संभागीय आयुक्त क्षेत्र के स्थानीय किसानों, जल वितरण समितियों के पदाधिकारियों से भी मिले। चंबल सिंचित क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने किसानों को भरोसा दिया कि अंतिम छोर पर बैठे प्रत्येक किसान के खेत में सिंचाई के
लिए आवश्यक पानी की उपलब्धता रहेगी।