बूंदीPublished: Jul 13, 2020 08:12:49 pm
पंकज जोशी
वर्षों से वीरान पड़ी चरागाह भूमि पर पंचायत द्वारा लगाए गए नरेगा श्रमिकों ने भूमि की सूरत को बदल दिया है। कभी यहां जाने में लगता था, लेकिन आज इसकी स्थिति कुछ अलग है।
नरेगा में बदली जमीन की तस्वीर
नरेगा में बदली जमीन की तस्वीर
जंगल कटाई का चल रहा है कार्य, 1 माह से लगे हुए हैं 430 श्रमिक
नमाना. वर्षों से वीरान पड़ी चरागाह भूमि पर पंचायत द्वारा लगाए गए नरेगा श्रमिकों ने भूमि की सूरत को बदल दिया है। कभी यहां जाने में लगता था, लेकिन आज इसकी स्थिति कुछ अलग है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत के पास नमाना रोड पर 220 बीघा चरागाह भूमि स्थित है। जिसमें 50 वर्षों से अंग्रेजी बबलू उग रहे थे। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में रोजगार देने के लिए नमाना पंचायत ने 430 श्रमिकों की चार मस्टररोल जारी कर भूमि से बबूलों की कटाई का कार्य शुरू किया। वहीं जमीन को समतल करने का कार्य किया जाएगा।
नमाना उपसरपंच चंद्रवीर सिंह सोलंकी ने बताया कि मार्च माह में चरागाह भूमि से जंगल कटाई के कार्य के लिए प्रस्ताव बनाकर कार्य शुरू कराने की योजना बनाई गई थी। उसी योजना के तहत मई में 430 श्रमिक लगाकर कटाई कार्य शुरू करवाया गया, ताकि भूमि को बंबूल से मुक्त कराया जा सके व पंचायत के काम में लिया जा सके।
पिछले 50 वर्षों से यह भूमि वीरान पड़ी हुई हैं और इसपर आसपास के लोगों ने कब्जा कर रखा है। जमीन का सीमा ज्ञान करवा कर पंचायत की जमीन को मुक्त करवाया जाएगा।
पंचायत की आय बढ़ाने की बनाएंगे योजना
चरागाह भूमि से जंगल कटाई होने के बाद पंचायत की आय बढ़ाने के लिए योजना बनाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। नमाना सरपंच गंगा बाई मीणा ने बताया कि 220 बीघा भूमि इतने वर्षों से बेकार पड़ी हुई थी। मेरे सरपंच बनने के बाद इस पर कार्य योजना तैयार कर पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लिया। ताकि बेकार पड़ी हुई जमीन को सही करवा कर पंचायत की निजी आय बढ़ाई जा सके। निजी आय बढऩे के साथ ही पंचायत क्षेत्र में विकास कार्य करवाई जा सकेंगे