बूंदी. सरकारी विद्यालय की रसोई ‘मिड डे मील’ का बजट सरकार ने बढ़ा दिया। बढ़ी हुई नई दरें 1 अगस्त से लागू हो गई। अब प्राथमिक स्तर पर प्रति छात्र 13 पैसे और उच्च प्राथमिक स्तर पर 20 पैसे बढ़ा दिए।
बूंदी•Aug 08, 2019 / 01:26 pm•
Narendra Agarwal
मिड डे मील में यहां और बढ़ेगा बच्चों का स्वाद
बूंदी. सरकारी विद्यालय की रसोई ‘मिड डे मील’ का बजट सरकार ने बढ़ा दिया। बढ़ी हुई नई दरें 1 अगस्त से लागू हो गई। अब प्राथमिक स्तर पर प्रति छात्र 13 पैसे और उच्च प्राथमिक स्तर पर 20 पैसे बढ़ा दिए। ऐसे में जिले के करीब १२०० विद्यालयों के करीब एक लाख बच्चों को बढ़ी हुई राशि का फायदा मिलेगा।
सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मिड डे मील योजना के तहत भोजन उपलब्ध होता है, जिसका भुगतान केंद्र सरकार की ओर से जारी बजट से होता है। योजना के तहत पहली से आठवीं में पढऩे वाले बच्चों को मिड-डे- मील उपलब्ध करवाया जाता है। जिसकी राशि में सरकार ने बढ़ोतरी की है। वर्तमान में पहली से पांचवीं तक के बच्चों को प्रति विद्यार्थी प्रतिदिन 4 रुपए 35 पैसे की दर से भुगतान होता है, वहीं छठी से आठवीं के विद्यार्थियों के लिए 6 रुपए ५१ पैसे की दर से देय है। जिसे सरकार ने बढ़ा दिया है। अब बढ़ी हुई राशि के तहत पहली से पांचवीं तक के बच्चों को 4 रुपए 43 पैसे व छठी से आठवीं के बच्चों को 6 रुपए 71 पैसे की दर से भुगतान किया जाएगा।
इतने बच्चों को मिलेगा लाभ
जिले में प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षा और मदरसों को मिलाकर १२८० स्कूलों में मिड डे मील के तहत मध्यान्तर का खाना दिया जा रहा है।जिसमें करीब १ लाख १० हजार विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना के तहत मिड डे मील के तहत प्रति बच्चे के हिसाब से भुगतान होता है। प्रतिदिन आने वाले विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार भोजन बनता है। इसमें गेहूं और चावल सरकार की ओर से नि:शुल्क दिए जाते हंै, जबकि फल, मसाले, तेल और ईंधन का खर्च विद्यार्थियों के हिसाब से दिया जाता है।
योजना में दूध भी
मिड डे मील योजना के तहत सरकारी विद्यालयों में बच्चों को दूध भी दिया जाता है। पहले सप्ताह में तीन बार मिलता था, बाद में सरकार ने सप्ताह में छह दिन ही स्कूलों में बच्चों ेको दूध पिलाने के आदेश दे दिए।
‘सरकार ने मिड डे मील योजना के तहत कुकिंग कन्वर्जन की राशि की दरें बढ़ा दी है। बढ़ी हुई राशि लागू हो गई है। इस राशि से स्कूलों में बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण भोजन परोसा जाएगा।’
उदालाल मेघवाल, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.), बूंदी
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