कांग्रेस ने बूंदी में निकाली किसान संघर्ष पदयात्रा
बूंदी में कांग्रेस ने कृषि कानून के विरोध में शनिवार को कलक्ट्रेट तक किसान संघर्ष पदयात्रा निकाली। कार्यकर्ता हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर कृषि कानून वापस लेने के नारे लगाते चल रहे थे।

कांग्रेस ने बूंदी में निकाली किसान संघर्ष पदयात्रा
बूंदी. बूंदी में कांग्रेस ने कृषि कानून के विरोध में शनिवार को कलक्ट्रेट तक किसान संघर्ष पदयात्रा निकाली। कार्यकर्ता हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर कृषि कानून वापस लेने के नारे लगाते चल रहे थे। यात्रा दोपहर को बालचंद पाड़ा स्थित नवलसागर पार्क से रवाना हुई। कलक्ट्रेट पहुंचने पर प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
इससे पहले नवल सागर पार्क में सभा की, जिसमें राज्यमंत्री अशोक चांदना ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि वह किसानों की सुनवाई कर लें। इन भूमिपुत्रों को यों सडक़ों पर दौड़ाना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार मंडियों को खत्मकर अपने चहेतों को पनपाने के लिए यह सब खेल कर रही। किसानों को उपज का दोगुना लाभ दिलाने का वादा किया था, लेकिन यदि मंडियां खत्म हुई तो किसान मुश्किलों में आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार की नीयत साफ थी तो फिर समर्थन मूल्य से नीचे खरीद ही नहीं होने देती। उन्होंने कहा कि बिना मांगें थोपे गए कानूनों को वापस लेने तक देश का किसान चुप नहीं बैठेगा।
कांग्रेस के संभाग प्रभारी राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि इस आंदोलन को चलते हुए करीब दो माह होने को आया। कई किसानों की मौत हो चुकी। फिर भी केंद्र सरकार के जू नहीं रेंग रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी रहेगी। प्रदेश सचिव व जिला प्रभारी प्रतिष्ठा यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार झूठे वादे कर सत्ता में आई थी। आज उन वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ। महंगाई आसमान छू चुकी। पेट्रोल, रसोई गैस के दामों ने आम आदमी की कमर तोडकऱ रख दी। सभा को पूर्व विधायक सी.एल. प्रेमी, जिलाप्रमुख चन्द्रावती कंवर, पूर्व जिलाप्रमुख राकेश बोयत, पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा आदि ने संबोधित किया।
यों छाया में बैठकर जंग नहीं जीती जाती
सभा के दौरान आए हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई थी। धूप निकल आने से कई कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता पेड़ों की छाया के नीचे जा बैठे, जिन्हें राज्यमंत्री चांदना ने आड़े हाथों लिया। उन्होंने माइक संभाला और कहा कि यों छाया में बैठकर कोई जंग नहीं जीती जाती। मैदान में आने के बाद ही मुकाबला होगा। उनके इस आह्वान पर सब मंच के सामने आकर बैठे।
मंच पर पीसीसी सदस्य रामावतार शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष चेतराम मीना, सरपंच संघ जिलाध्यक्ष आनंदीलाल मीणा, मुरली मीणा, ओमप्रकाश जैन, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रूपकला मीना, किसान संघर्ष समिति के संयोजक संदीप पुरोहित, कृषि उपज मंडी के पूर्व अध्यक्ष कमलेश चांदना, पूर्व जिला परिषद सदस्य सतीश गुर्जर, पूर्व पीसीसी सचिव भरत शर्मा, कापरेन नगर पालिका अध्यक्ष हेमराज मेघवाल, कांग्रेस नेता राजकुमार माथुर, बूंदी के उपसभापति लटूर भाई, चर्मेश शर्मा, प्रेमशंकर बैरवा, राजीव लोचन गौतम, महेश दाधीच, आनंद सनाढ्य आदि सहित कई जने मौजूद थे।
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