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धर्मसभा में बोले मुनि, गुरु के सम्मान के साथ बढ़ता है ज्ञान

locationबूंदीPublished: Jan 19, 2020 12:18:12 pm

Submitted by:

Narendra Agarwal

शहर के देवपुरा स्थित संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर में शनिवार को मुनि विश्रांत सागर महाराज की धर्मसभा हुई

धर्मसभा में बोले मुनि, गुरु के सम्मान के साथ बढ़ता है ज्ञान

धर्मसभा में बोले मुनि, गुरु के सम्मान के साथ बढ़ता है ज्ञान

बूंदी. शहर के देवपुरा स्थित संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर में शनिवार को मुनि विश्रांत सागर महाराज की धर्मसभा हुई। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए महाराज ने कहा कि आज व्यक्ति शिक्षा तो ग्रहण कर लेता हैं, लेकिन संस्कार ग्रहण नहीं कर पाता है। क्योंकि आज की शिक्षा ग्रहण करने में विनय नहीं होती है, इसलिए आज का शिष्य अपने गुरु के प्रति विनय भी नहीं रखता है। यही कारण है कि उसकी शिक्षा में संस्कार नहीं आ पाते है। इसलिए विनय रहित शिक्षा व्यर्थ है। शिक्षा विनय के साथ ग्रहण करनी चाहिए। महाराज ने कहा कि अपने गुरुजनों का जितना सम्मान करोंगे उतना ही ज्ञान पाओगे। आज का ज्ञान ही केवल ज्ञान का कारण बनता है। बच्चों को शिक्षा देते हुए कहा है कि तुम्हारी शिक्षा तभी सार्थक है जब अपने माता-पिता की सेवा करोंगे।

हुई गुरु भक्ति,आरती में दिखा उत्साह
मुनि विश्रंात सागर महाराज की धार्मिक क्रियाओं में जैन समाज के लोग बढ़चढकऱ भाग ले रहे है। सुबह गुरु भक्ति के बाद सांयकालीन आरती में समाज बंधुओं का उत्साह देखने को मिल रहा है। सांय कालीन आरती के समय भक्त भगवान व महाराज की आरती पूरे भक्ति भाव के साथ कर रहे है। भजनों की धुनों पर महिलाएं-पुरूष व युवा वर्ग नृत्य कर रहे है। महाराज की आहारचर्या देवपुरा में हुई। इस दौरान महावीर धनोप्या,प्रदीप हरसोरा,विनोद कोटिया, महावीर हरसोरा,राजेंद्र कोटिया,आयुष जैन, मनन जैन, वैभव जैन आदि लोग मौजूद थे।
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