पहले करेंगे जांच, फिर होंगी वितरित
सूत्रों के अनुसार छात्राओं को दी जाने वाली साइकिलों की संबंधित कंपनी की टीम द्वारा पहले जांच की जाएगी। गत वर्ष वितरित की गई साइकिलों में काफी खामियां निकली थी। इस कारण अब जांच के बाद साइकिलों के वितरण का निर्णय किया है। कम्पनी की जांच के बाद विभागीय स्तर पर भी जांच की जाएगी। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में एडीइओ, सहायक लेखाधिकारी, तकनीकी जानकार और नोडल प्रधानाचार्य की टीम बनाई जाएगी।
वितरण में इसलिए हो रहा विलम्ब
छात्राओं को सरकारी स्कूलों में प्रवेश के समय ही साइकिलों का वितरण किया जाना था।, लेकिन इस बार साइकिलें तैयार होकर नहीं आई है। नोडल स्कूलों में साइकिलों का कच्चा माल भेजा है। इस कारण वितरण में विलम्ब हो रहा है।
अब सभी छात्राओं को मिलेगी
पहले सरकार की ओर से स्कूल से 5 किमी दूर रहने वाली छात्राओं को ही सरकारी साइकिलों का वितरण किया जाता था, लेकिन अब स्कूल के नजदीक हो या दूर सभी छात्राओं को नि:शुल्क साइकिलों का वितरण किया जाएगा।
तीन कंपनियों को मिला ठेका
प्रदेश में सरकार ने साइकिल बनाने का ठेका तीन कंपनियों को दिया है। पाटर््स आने के बाद साइकिलों को तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। अब तक जिले में करीब ढाई हजार साइकिलें तैयार हो चुकी है। शेष रही साइकिलों के पाट्र्स भी जल्द उपलब्ध हो जाएंगे।
प्रदेश में एक लाख साइकिलों का होगा वितरण
प्रदेश में कक्षा 9वीं में अध्ययनरत करीब 1 लाख 78 हजार 620 छात्राओं को साइकिलों का वितरण होगा। वहीं बूंदी जिले में 6630, कोटा में 7265, झालावाड़ में 8765 व बारां जिले में 6370 छात्राओं को साइकिलें बांटी जाएंगी।
जिले के पांचों नोडल विद्यालय में साइकिलें एसेंबल की जा रही है। शीघ्र ही समिति द्वारा जांच कर विद्यालयों को साइकिलें वितरित की जाएगी। जिले में 6630 साइकिलें वितरित होगी।
चंद्रप्रकाश राठौर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (शैक्षिक प्रकोष्ठ),बूंदी