बूंदीPublished: Nov 22, 2021 08:28:14 pm
पंकज जोशी
ग्राम बुधपुरा के वार्ड 13 के बावड़ी मोहल्ला में स्थित बावड़ी का जीर्णोद्धार कार्य पंचायत प्रशासन को अवगत करवाने के बाद भी नहीं हो पा रहा है।
पहले पूरा गांव पीता था पानी, अब गंदगी से अटी है बावड़ी
पहले पूरा गांव पीता था पानी, अब गंदगी से अटी है बावड़ी
डाबी. ग्राम बुधपुरा के वार्ड 13 के बावड़ी मोहल्ला में स्थित बावड़ी का जीर्णोद्धार कार्य पंचायत प्रशासन को अवगत करवाने के बाद भी नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बीच यह बावड़ी शिव मंदिर व जामिया मस्जिद के सामने स्थित है। जो पिछले दो वर्षों से भी अधिक समय से जर्जर हालत में पड़ी है। बावड़ी गंदगी से अटी पड़ी है। खुली होने के कारण कई जीव जन्तु इसमें गिर चुके है। कई बार छोटे बच्चे भी गिर कर घायल हो चुके हैं। बावड़ी की दीवारें दरकती जा रही है। मोहल्लेवासियों ने कई बार पंचायत प्रशासन को मौखिक तौर पर बावड़ी की दशा सुधारने के बारे में अवगत करवाया है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। वार्ड मेम्बर चेतन यादव व अरुण यादव बाबा, दीनू यादव, दीपक यादव, अशोक यादव, बबलू मेघवाल, राहुल यादव, राम यादव, प्रदीप यादव, पुनीत यादव सहित मोहल्लेवासियों ने बावड़ी की जल्द जीर्णोद्धार कार्य व सफाई करवाने की मांग की है।
गांव की बसावट के साथ ही बनी थी बावड़ी
बुधपुरा निवासी 59 वर्षीय रामबिलास जाटव ने बताया कि गांव के बसावट के समय से ही यह बावड़ी मंदिर और मस्जिद के बीच बनाई गई थी। पहले इसी बावड़ी से सभी गांव वाले पीने का पानी भरते थे। धीरे-धीरे आसपास के घरों में शौचालय निर्माण होने व उनसे दूषित पानी का रिसाव होने से इसका पानी दूषित हो गया। अब पानी पीने लायक नहीं रहा। रखरखाव के अभाव में इसकी हालत जर्जर हो गई। बुधपुरा निवासी 53 वर्षीय मेघराज यादव ने बताया कि वर्षों पहले एक स्टोन मालिक ने खदान शुरू की, लेकिन पत्थर नहीं निकला। इस कारण उसने इसे बावड़ी में तब्दील कर दिया। उसके बाद यहां मस्जिद और मंदिर का निर्माण करवा दिया गया।
जाली लगानी चाहिए
बुधपुरा निवासी 34 वर्षीय दिनेश यादव ने बताया कि वर्षों पुरानी इस बावड़ी में कई बार जानवर गिरकर घायल हो गए। कई बार बच्चे भी गिरकर घायल हो गए। बावड़ी का जीर्णोद्धार करवा कर इस पर जाली लगवानी चाहिए। जिससे जानमाल की हानि से बचा जा सके।
जर्जर हो गई है
35 वर्षीय नासिर हुसैन निवासी बुधपुरा ने बताया कि पूर्वज बताते हैं कि यहां गड्ढे में पानी की शिर चला करती थी। जिसे कुएं में तब्दील कर दिया गया। कुएं को ऊपर से बावड़ीनुमा बना दिया। अब इसकी हालत खराब हो चुकी हैं। रखरखाव के अभाव में बावड़ी पूरी जर्जर हो चुकी है। बुधपुरा निवासी निसार अहमद ने बताया कि वर्षों से बनी इस बावड़ी का निर्माण किसी स्टोन मालिक ने करवा था, ताकि सभी को पीने का पानी मिल सके।