पहले पुरातत्व विभाग के पास थी जमीन
घोड़ा पछाड़ नदी के पार टीले पर स्थित जमीन दो दशक पहले पुरातत्व विभाग को सौंप दी थी। यहां पर खुदाई के दौरान पुराने सिक्के निकले थे। उस समय पुरातत्व विभाग ने जमीन को अपने कब्जे में लेकर खुदाई की थी, लेकिन उसके बाद पुरातत्व विभाग ने आकर जमीन को संभाला भी नहीं। उसके बाद से ही क्षेत्र के लोगों ने कब्जे में लेकर फसल की बुवाई करने लगे, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
पंचायत द्वारा चरागाह भूमि का सीमाज्ञान करने के लिए कहा गया था। गुरुवार को सीमाज्ञान कर दिया गया। करीब 50 बीघा भूमि पर अतिक्रमण पाया गया है। चिन्हित कर पंचायत को बता दिया गया है ।
राजेंद्र कछोटीया कानूनगो नमाना।