बूंदीPublished: Apr 23, 2021 08:47:41 pm
पंकज जोशी
हिण्डोली उपखण्ड क्षेत्र में दर्जनभर उप स्वास्थ्य केंद्र ग्राम पंचायत के भवन, किराया के मकानों, दुकानों एवं विद्यालयों में संचालित हो रहे। इन केंद्रों में बैठने तक की सुविधा नहीं मिल रही।
इधर भी नजरें इनायत करो सरकार! स्वास्थ्य सेवाएं किराए के भवनों में
इधर भी नजरें इनायत करो सरकार! स्वास्थ्य सेवाएं किराए के भवनों में
भेजे गए भवनों के प्रस्ताव खा रहे धूल, सरकार नहीं ले रही सुध
हिण्डोली उपखण्ड क्षेत्र में उप स्वास्थ्य केंद्रों के हाल
गोठड़ा. हिण्डोली उपखण्ड क्षेत्र में दर्जनभर उप स्वास्थ्य केंद्र ग्राम पंचायत के भवन, किराया के मकानों, दुकानों एवं विद्यालयों में संचालित हो रहे। इन केंद्रों में बैठने तक की सुविधा नहीं मिल रही।
उप स्वास्थ्य केंद्रों के पास स्वयं का भवन नहीं होने से यहां कार्यरत एएनएम भी परेशानियां झेल रही। इन दिनों कोविड-19 के कारण इन भवनों की उपयोगिता और बढ़ जाती। इस दौर में भी इन उप स्वास्थ्य केंद्रों के पास स्वयं के भवन नहीं होने से ग्रामीणों को इलाज में सुविधा नहीं मिल रही। कई किराए के मकान में पर्याप्त स्थान नहीं होने से केंद्र पर परामर्श या उपचार के लिए आने वाली महिलाओं को असुविधा महसूस कर रही बताई।
इन उप स्वास्थ्य केंद्रों को भवन की दरकार
हिण्डोली उपखंड क्षेत्र के छाबडिय़ों का नयागांव, मेंडी, भीमगंज, बांडी का खेड़ा, टोकड़ा, निमोद, रामचंद्रजी का खेड़ा, डाटूंदा, सहसपुरिया, खजूर का नला, स्वरूपगढ़, अणतगंज, बिशनपुरा, पीपलवासा ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्र हैं जिनके पास स्वयं का भवन नहीं है। इन उप स्वास्थ्य केंद्रों में से चार किराए के भवनों में संचालित हैं, दो से तीन राजकीय विद्यालयों में एवं शेष ग्राम पंचायतों के भवनों में संचालित हो रहे है।
राशि स्वीकृति के भेजे प्रस्ताव खा रहे धूल
खेल मंत्री अशोक चांदना का विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद यहां के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं के यह दिन देखने पड़ रहे है। मंत्री की ओर से क्षेत्र में जनहित के कार्य करवाए, लेकिन इस और ध्यान नहीं जा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार जिन गांवों में उप स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत हुए, उनके भवन निर्माण के लिए विभाग की ओर से अलग-अलग प्रस्ताव बनाकर हर वर्ष राज्य सरकार को राशि स्वीकृत करवाने के लिए भेजे गए, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही। फाइलें हर बार दबकर रह रही।
यहां किराए की दुकान में स्वास्थ्य सेवाएं
ग्राम पंचायत छाबडिय़ा का नयागांव में स्वीकृत उप स्वास्थ्य केंद्र करीब डेढ़ दशक से अधिक समय से कुम्हरला बालाजी के पास स्थित एक किराए की दुकान में संचालित हो रहा है। यहां से पंचायत मुख्यालय की दूरी करीब 3 किलोमीटर है। ग्राम पंचायत की ओर से वर्ष 2010 में छाबडिय़ों का नयागांव में करीब 1 बीघा भूमि उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए आवंटित करवाकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी थी, लेकिन विभाग की ओर से 10 वर्ष बाद भी भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत नहीं हुई। वार्ड पंच नंदलाल नागर ने बताया कि भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत नहीं होने से उप स्वास्थ्य केंद्र की भूमि पर प्रभावशाली ग्रामीणों ने कचरा डालकर अतिक्रमण जमा लिया।
पंचायत मुख्यालय पर उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए भूमि आवंटित हो गई, फिर भी भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत नहीं हुई। राशि स्वीकृत होने पर ही भवन का निर्माण होगा।
सीमा बाई, सरपंच, छाबडिय़ों का नयागांव
बरसों से उप स्वास्थ्य केंद्र ग्राम पंचायत के पुराने भवन में संचालित है। पहले एक कमरा था, अब हॉल केंद्र के लिए दे रखा है। यदि उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हो जाए तो लोगों को सुविधाएं होंगी।
कैलाश कंवर, सरपंच, मेंडी
उप स्वास्थ्य केंद्रों के भवन नहीं होने से यहां कार्यरत एएनएम को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोविड-19 के दौरान और अधिक परेशानियां उठानी पड़ रही है। केंद्र के भवन निर्माण के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है।
अशोक वैष्णव, ब्लॉक प्रोग्रामिंग मैनेजर, हिण्डोली
उपखंड क्षेत्र में संचालित नए एवं पुराने स्वास्थ्य केंद्र के लिए हर वर्ष प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाए जाते हैं, लेकिन राशि स्वीकृत नहीं होने के कारण भवन निर्माण नहीं हो पा रहे।
डॉ. जगवीर सिंह, ब्लॉक सीएमओ, हिण्डोली