बूंदीPublished: May 13, 2020 07:53:22 pm
Narendra Agarwal
यहां स्थित मटर मंडी यार्ड में स्थानीय व्यापारियों की ओर से भिंडी की खरीद शुरू नहीं करने से क्षेत्र के किसानों की परेशानी बढ़ गई।
भिंडी की खरीद नहीं होने से बढ़ी परेशानी
बड़ानयागांव. यहां स्थित मटर मंडी यार्ड में स्थानीय व्यापारियों की ओर से भिंडी की खरीद शुरू नहीं करने से क्षेत्र के किसानों की परेशानी बढ़ गई। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि क्षेत्र में काफी तादाद में भिंडी की पैदावार शुरू हो रही है, लेकिन व्यापारियों की ओर से यार्ड में खरीद नहीं करने से क्षेत्र के किसानों को अपनी पैदावार इधर उधर जाकर ओने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है। इसके चलते किसानों को फसल की लागत भी नहीं मिल रही है। मटर मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष सीपी गुंजल ने बताया कि मंडी समिति प्रशासन को यहां यार्ड में छाया की व्यवस्था कर खरीद शुरू करवानी चाहिए, ताकि क्षेत्र के किसानों को राहत मिले।
किसानों के साथ पक्षपात करने का विरोध
बूंदी. पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा ने गेहूं खरीद में बूंदी जिले के किसानों के साथ भारतीय खाद्य निगम के पक्षपात करने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि एफसीआई किस जगह कितना गेहूं खरीदेगी, इसके तर्कसंगत आधार दिखाई नहीं दे रहे। कोटा में कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार 7 लाख 52 हजार मेट्रिक टन गेहूं पैदा होना बताया व खाद्य निगम ने गेहूं खरीद का लक्ष्य एक लाख 30 हजार मेट्रिक टन रखा, जबकि जिले में कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार उत्पादन 8 लाख मेट्रिक टन के करीब हुआ व खरीद का लक्ष्य 1 लाख 11 हजार रखा। जिले के किसानों के साथ भेदभाव मिटना चाहिए। शर्मा ने इस मसले पर जिला कलक्टर से वार्ता की। तब उन्होंने आश्वस्त किया कि बूंदीके किसानों को न्याय दिलाने के लिए प्रमुख खाद्य सचिव को पत्र लिखा जाएगा। पूर्वमंत्री ने सीतापुरा खरीद केंद्र में चल रही धांधली पर भी कार्रवाई की मांग की।