बूंदीPublished: Jul 06, 2020 09:08:07 pm
पंकज जोशी
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत इस बार नए अंदाज में काम होगा। इसके तहत योजना में कई तरह के बदलाव किए गए।
किसानों के लिए बीमा ऐच्छिक,अनुबंधित कम्पनी दो वर्ष के लिए अधिकृत
किसानों के लिए बीमा ऐच्छिक,अनुबंधित कम्पनी दो वर्ष के लिए अधिकृत
खरीफ व रबी दोनों की अधिसूचना एक साथ जारी
फसल बीमा योजना में किए सरकार ने कई बदलाव
अब दो वर्ष के लिए काम करेगी बीमा कम्पनी
बूंदी. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत इस बार नए अंदाज में काम होगा। इसके तहत योजना में कई तरह के बदलाव किए गए। ऋणी किसानों के लिए बीमा ऐच्छिक करने के साथ ही अनुबंधित बीमा कम्पनी को दो वर्ष के काम करने के लिए अधिकृत किया गया। साथ ही पहली बार ऐसा हुआ, जिसमें खरीफ के साथ रबी सीजन के लिए भी अधिसूचना जारी की गई। खरीफ सीजन-2020 में बूंदी जिले में बाजरा, उड़द, मक्का, धान, सोयाबीन व तिल फसलों को अधिसूचित किया गया। अगर कोई किसान बीमा नहीं करवाना चाहेगा तो संबंधित किसान को ऑफ आउट फार्म भरकर बैंक में जमा करवाएगा।
बीमा करवाने वाले किसानों को 15 जुलाई तक प्रीमियर कटवाना होगा, जो नहींं करवाना चाहते उन्हें 8 जुलाई तक आप्शन आउट फार्म बैंक को देना होगा। कृषि विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फसल बीमा की अधिसूचना जारी कर दी गई।
115 करोड़ का क्लेम जारी
लॉकडाउन के बाद गत माह पीएम किसान बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन-2019 का बकाया बीमा क्लेम जारी कर दिया गया। इसमें 115 करोड़ की राशि जिले के करीब 58 हजार 702 किसानों के लिए जारी की गई। हालांकि बूंदी जिले के कई क्षेत्रों का बीमा क्लेम अटकने से धरतीपुत्र किसान परेशान बताए। बताया जा रहा कि बीमा कम्पनी के पास फंड का अभाव है। इसलिए कम्पनी इसकी व्यवस्था करने में लगी हुई है। वहीं किसान संगठन लगातार बकाया क्लेम के लिए संघर्ष कर रहे है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी बीमा कंपनी के 8 से 10 करोड़ रुपए शीघ्र आने की संभावना है।
किस फसल का कितना प्रीमियर
खरीफ-2020 सीजन में किसानों को बाजरा की फसल का बीमा करवाने पर 1464.84 रुपए कृषक हिस्सा के तौर पर प्रीमियर जमा करवाना होगा। इसी तरह उड़द पर 12734.18, मक्का पर 14040.72, धान पर 5575.50, सोयाबीन पर 9145.84 व तिल पर 2702.72 रुपए प्रति हैक्टयेर के हिसाब से कृषक हिस्सा राशि जमा करवानी होगी।
80 करोड़ बीमा कम्पनी के खाते में जमा
खरीफ 2019-20 में बूंदी जिले में कुल 84 हजार किसानों ने फसल बीमा करवाया। इसमें किसान हिस्सा राशि के रूप में 7 करोड़ 83 लाख की राशि वसूल की गई। इस तरह कुल प्रीमियर के तौर पर बीमा कम्पनी के खाते में 80 करोड़ 67 लाख जमा हुए।
‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में कई तरह के बदलाव हो गए। ऋणि किसानों के लिए बीमा ऐच्छिक करने के साथ ही अनुबंधित बीमा कम्पनी को दो वर्ष के काम करने के लिए अधिकृत कर दी। पहली बार ऐसा हुआ जिसमें खरीफ के साथ रबी सीजन के लिए भी अधिसूचना जारी की गई। बीमा कम्पनी से करीब 8 से 10 करोड़ रुपए शीघ्र आने की संभावना है। बीमा करवाने वाले किसानों को 15 जुलाई तक प्रीमियर कटवाना होगा।
रमेशचंद जैन, उप निदेशक, कृषि विस्तार, बूंदी