बूंदीPublished: Jul 15, 2020 08:34:49 pm
पंकज जोशी
सादेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय के ग्रामीण सुबह होते ही पानी के लिए 4 माह से इधर उधर भागादौड़ी कर रहे है।
पानी के लिए ग्रामीण कर रहे जद्दोजहद, ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष
पानी के लिए ग्रामीण कर रहे जद्दोजहद, ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष
सावन माह में भी नहीं मिली जलसंकट से निजात
भण्डेड़ा. सादेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय के ग्रामीण सुबह होते ही पानी के लिए 4 माह से इधर उधर भागादौड़ी कर रहे है। फिलहाल ग्रामीणों का एकमात्र सहारा पंचायत परिसर का नलकूप ही बना हुआ, जब भी बिजली आपूर्ति होती है, तब ही नलकूप से ग्रामीण पानी जुटाते नजर आते हंै। अलसुबह ही ग्रामीणों की भीड़ लग जाती है। पानी के लिए ग्रामीण मशक्कत करते हुए अपनी प्यास बुझा रहे हैं। ग्रामीण भंवर सिंह, पप्पू सिंह आदि का कहना है कि गांव में पीने योग्य पानी नहीं है। कुछ ग्रामीण तो दो किमी दूर मेज नदी व बेजाण नदी के संगमस्थल पर लगे हैण्डपम्प पर पहुंचकर पानी लाते हंै। सुबह होते ही पानी जुटाने की चिंता ग्रामीणों के सामने खड़ी हो जाती है।
एक बार में दो रोज तक पीने का पानी मोटरसाइकिल ले जाकर लाना पड़ता है। गांव में पीने योग्य पानी नहीं होने से कुछ ग्रामीण पंचायत परिसर के नलकूप से पानी जुटाते है, लेकिन वह भी पीने योग्य नहीं है। मजबूरन फिर भी कई ग्रामीण इसी से अपनी प्यास बुझा रहे है। जो स्वास्थ्य पर भी हानिकारक प्रभाव डाल रहा है। जलसंकट की इस पीड़ा से सभी अनजान बने हुए है। लम्बे समय से बनी इस समस्या से निजात नहीं दिलवाई जा रही है।
&इस संबंध में सरपंच का कहना है कि ग्रामीणों की पीने के पानी की समस्या लम्बे समय से चली आ रही है। जलदाय विभाग इसे गंभीरतापूर्वक लेकर मीठे पानी की व्यवस्था करवाई जानी चाहिए। इस संबंध में जल्द ही विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की जाएगी।
कैलाश सैनी सरपंच ग्राम पंचायत सादेड़ा