यह निकाला नया तरीका
ट्रक और ट्रोला चालकों ने बजरी पर कोई कार्रवाई नहीं हो इसके लिए नया तरीका निकाल लिया। ट्रक और ट्रोला चालक अब जहां तक उनकी आसानी से पहुंच रहती है, वहां तक चले जाते हैं। आगे कोई कार्रवाई का अंदेशा दिखे तो सडक़ किनारे ढेर लगाकर चले जाते हैं। बाद में इन स्थानों से ट्रैक्टर चालक भरकर ले जाते हैं। तब तक इन ढेरों के आस-पास बजरी का कारोबार करने वालों के मजदूर निगरानी रखते हैं।
बजरी के तीन अवैध स्टॉक
हिण्डोली उपखंड क्षेत्र में देवजी का थाना व आस-पास जानकार लोगों ने बताया कि बनास नदी से भीलवाड़ा जिले की ओर से यहां पर भारी मात्रा में बजरी का अवैध परिवहन किया जा रहा है। इस कारोबार में अब कई प्रभावशाली लोग जुड़ गए।इन लोगों ने जिले की सीमा पर तीन स्थानों पर अवैध तरीके से स्टॉक जमा कर लिए।पहला स्टॉक मेडिया के पास, दूसरा फालेंडा और तीसरा बिशनपुरा में जमा है। इन जगहों पर दिन-रात बजरी उपलब्ध कराई जा रही है। इन जगहों पर कोई कार्रवाई के लिए नहीं आता।
ओवरलोड बजरी भरने से टूट गई सडक़ें
नमाना.अवैध बजरी के ओवरलोड ट्रकों ने गुरुवार तडक़े अपना रास्ता बदल लिया, ताकि सीसीटीवी कैमरों में कैद नहीं हों। नमाना-बूंदी मार्ग पर बीती रात को दर्जनों ट्रक निकले थे।यहां ग्रामीणों ने बताया कि बजरी से भरे ओवरलोड ट्रकों ने सारी सडक़ों को खराब कर दिया। इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। पुलिस का तो इन बजरी के कारोबारियों में मानों कोई खौफ ही नहीं रहा।
ट्रैक्टर चालकों ने कहा : ‘सबको जैब में रखते हैं’
आकोदा. क्षेत्र में बजरी परिवहन ने ट्रैक्टर चालकों के चांदी करा दी। कई लोग इस धंधे में कूद गए। गुरुवार को चौराहों पर बजरी से भरे दर्जनों ट्रैक्टर खड़े थे। जब कार्रवाई होने की बात कही तो ट्रैक्टर चालकों का जवाब था कि ‘सबको जैब में रखते हैं’। क्षेत्र में इन बजरी के ट्रैक्टरों के साथ कुछ अन्य लोग भी शामिल रहते हैं जो पूरी निगरानी करते हैं। इन बजरी के ट्रैक्टरों की गति अधिक रहने से अब ग्रामीणों को अपनी जान की फिक्र सताने लगी है।
हिण्डोली एसएचओ का फोन आया था कि कुछ वाहन चालक सडक़ पर बजरी का ढेर कर गए। देखते हैं आगे क्या करना है।
पुष्पेंद्र सिंह, खनि अभियंता, बूंदी
सडक़ पर बजरी खाली करने से दुर्घटनाओं का अंदेशा बढ़ रहा है। शाम तक सडक़ से बजरी नहीं हटाई गई। हाई-वे के कार्मिक बैरिकेट्स लगाकर दुर्घटना रोक रहे हैं। खनि विभाग को बजरी के मामले देखने चाहिए।
शंभूनाथ, पेट्रोलिंग अधिकारी