बूंदी

गुरुगोविंद सिंह के 353वें प्रकाश उत्सव पर निकाला नगर कीर्तन

बूंदी. हैरतअंगेज करतब दिखाते अखाड़ेबाज। ‘सतनाम वाहे गुरु…, ‘धनगुरु नानक आया जिन सगला जगत तराया…, ‘तही प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर विखे भव लयो…’ सरीके भजनों पर संगत निहाल करते चलते लोग।

बूंदीJan 03, 2020 / 11:55 am

पंकज जोशी

गुरुगोविंद सिंह के 353वें प्रकाश उत्सव पर निकाला नगर कीर्तन

गुरुगोविंद सिंह के 353वें प्रकाश उत्सव पर निकाला नगर कीर्तन
बूंदी. हैरतअंगेज करतब दिखाते अखाड़ेबाज। ‘सतनाम वाहे गुरु…, ‘धनगुरु नानक आया जिन सगला जगत तराया…, ‘तही प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर विखे भव लयो…’ सरीके भजनों पर संगत निहाल करते चलते लोग। पालकी साहिब के आगे चलते पंज प्यारे। आसमां में होती रंगबिरंगी आतिशी नजारों ने सबकों रोमांचित कर दिया। अवसर था गुरुवार को गुरुगोविंद सिंह के 353वें प्रकाश उत्सव का।
बूंदी के बालचंद पाड़ा से शाम को नगर कीर्तन शुरू हुआ। नगर कीर्तन में शामिल सेवादार महिलाएं सफाई करते हुए चल रही थी। बालचंद पाड़ा गुरुद्वारा से शुरू हुआ कीर्तन शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए रानीजी की बावड़ी-देवली रोड गुरुद्वारा में पहुंचकर सम्पन्न हुआ। नगर कीर्तन में डीजे की धुनों पर युवा थिरकते हुए चल रहे थे। नगर कीर्तन में गुरुग्रंथ साहिब पालकी में विराजमान थे। जिसके आगे पंजप्यारे चल रहेे थे। इसके पीछे सेवादार स्वच्छता का संदेश देते हुए चल रही थी।
गतका पार्टी ने किया प्रदर्शन
नगर कीर्तन में शामिल युवाओं के हैरतअंगेज करतबों ने सबको रोमांचित कर दिया। गतका पार्टी के अखाड़ेबाजों ने एक से बढकऱ एक हैरतअंगेज करतब दिखाकर सबको आश्चर्य में डाल दिया। नगर कीर्तन का पग-पग पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। इस दौरान भगवान सिंह, सरदूल सिंह, हरिसिंह, चरणजीत सिंह, अमर सिंह, बाबू सिंह, गुरमत सिंह आदि मौजूद थे।
खुले पांडाल में सजाया दीवान
गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंहसभा प्रबंध कमेटी की ओर से गुरु गोविंद सिंह जयंती के पावन उपलक्ष्य में 31 दिसम्बर को शुरू हुए अखंड पाठ साहिब की गुरुवार को समाप्ति हुई। इसके बाद आजाद पार्क में खुले में पांडाल सजाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में बालचंदपाड़ा गुरुद्वारा के ज्ञानी हरदेव सिंह ने शबद गायन कर की। इसके बाद ज्ञानी कुलदीप सिंह ने अपनी मधुर वाणी से शबद गायन कर संगत को मंत्रमुग्ध किया। देहली से आए ज्ञानी मेजर सिंह ने शब्द कीर्तन के साथ संगत को जोड़े रखा। श्रीगंगानगर से आए कथावाचक दलीप सिंह व पंजाब से आए दाडी जत्था भाई अमरिन्दर सिंह तालब ने गुरु गोविंद सिंह की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस मौके पर गुरुद्वारों के प्रधान कश्मीर सिंह, राजकुमार, करतार सिंह, हरिसिंह, जसवीर सिंह आदि का सम्मान किया गया। संचालन महेंद्र सिंह बग्गा ने किया।

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