बूंदीPublished: Jun 19, 2021 09:21:41 pm
पंकज जोशी
वन विभाग की पीसीसीएफ (हॉफ) श्रुति शर्मा शुक्रवार को डाबी पहुंची, जहां उन्होंने अवैध खनन की स्थिति का जायजा लिया। शर्मा पहले कोटा पहुंची, जहां सर्किट हाउस में अधिकारियों से चर्चा की।
अवैध खनन की स्थिति देखने पहुंची पीसीसीएफ
अवैध खनन की स्थिति देखने पहुंची पीसीसीएफ
किया दौरा, दिए दिशा निर्देश
बूंदी. वन विभाग की पीसीसीएफ (हॉफ) श्रुति शर्मा शुक्रवार को डाबी पहुंची, जहां उन्होंने अवैध खनन की स्थिति का जायजा लिया। शर्मा पहले कोटा पहुंची, जहां सर्किट हाउस में अधिकारियों से चर्चा की।
इसके बाद डाबी के लिए रवाना हुई। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने माला की मुई, बणज, सीमलिया महादेव में अवैध खनन की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान एडिशनल पीसीसीएफ आनंद मोहन, सीसीएफ मनोज पाराशर, उपवन संरक्षक सोनल जोरिहार, डाबी रेंजर मनीष शर्मा साथ रहे। इस दौरान उन्होंने अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर कई दिशा निर्देश दिए।
कंवरपुरा क्यों नहीं जाते अधिकारी
इधर, पीसीसीएफ हॉफ के दौरे को लेकर पीपुल्स फॉर एनीमल्स के बूंदी प्रभारी विट्ठल कुमार सनाढ्य ने नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि यहां अवैध खनन कई सालों से चल रहा है। जमीन पर कई फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं, लेकिन जब भी जयपुर से अधिकारियों को दौरा होता है उन्हें उस स्थान पर ले जाया जाता है, जहां अवैध खनन कम है। जबकि कंवरपुरा में सबसे अधिक खनन चल रहा है। अधिकारियों को कंंवरपुरा नहीं ले जाया जाता। उन्होंने बताया कि यहां सीमलिया महादेव 6 माह से बंद है और बणज 1 माह से बंद है। इन्हीं स्थानों को पीसीसीएफ को दिखाया गया है।
चतरगंज नर्सरी का किया निरीक्षण
घर-घर औषधीय पौधे वितरण को लेकर की चर्चा
हिण्डोली. हिण्डोली कस्बे के निकट चतरगंज नर्सरी का शुक्रवार शाम को वन विभाग की प्रधान मुख्य वन संरक्षक, जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया एवं आगामी जुलाई माह में घर-घर औषधीय पौधे वितरण करने के लिए चर्चा की। शुक्रवार शाम को प्रधान मुख्य वन संरक्षक हॉफ श्रुति शर्मा, अतिरिक्त मुख्य वन संरक्षक उत्पादन आनंद मोहन, मुख्य वन संरक्षक कोटा मनोज कुमार पाराशर, जिला कलक्टर आशीष गुप्ता, मण्डल वन अधिकारी सोनल जोरिहार सहित अन्य अधिकारी चतरगंज नर्सरी में पहुंचे। जहां पर नर्सरी में लगे 2 लाख 24 औषधीय पौधे तुलसी, अश्वगंधा, नीम गिलोय, कालमेघ आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने करीब डेढ़ से 2 घंटे तक नर्सरी में चर्चा की एवं जुलाई माह में घर-घर औषधि पौधे वितरण को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। रेंजर दीपक कुमार जासु ने बताया कि जुलाई माह में मानसून आने के बाद पौधों को घर-घर वितरण किया जाएगा। इस दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।