बूंदीPublished: Sep 17, 2020 06:41:02 pm
पंकज जोशी
केशवरायपाटन. उपखंड में बारिश कम होने पर सिंचित क्षेत्र में पानी के अभाव में फसलें सूखती जा रही है।
पानी के अभाव में हाथ आई फसलें नष्ट होने के कगार पर
पानी के अभाव में हाथ आई फसलें नष्ट होने के कगार पर
सिंचित क्षेत्र के किसानों की चिंता बढ़ी
केशवरायपाटन. उपखंड में बारिश कम होने पर सिंचित क्षेत्र में पानी के अभाव में फसलें सूखती जा रही है। शासन और प्रशासन किसानों की पीड़ा से अनभिज्ञ है। हाथ में आई फसलें नष्ट होने से किसानों के चेहरों में मायूसी छाती जा रही है। किसान एक सप्ताह से नहरों में जल प्रवाह शुरू करने की मांग कर रहे हैं लेकिन इस बारे में राज्य सरकार व सीएडी प्रशासन गंभीर नहीं है। क्षेत्र में इस बार धान, सोयाबीन, मक्का, उड़द, मूंग की फसल अच्छी होने से किसान प्रसन्न थे, लेकिन मानसून के दगा देने के बाद किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। हालीहेडा गांव निवासी बृजेश गुर्जर ने बताया कि गांव में उड़द की फसल अच्छी थी, लेकिन पानी नहीं मिलने से समय से पहले ही वह मुरझाने लग गई। गुडली निवासी रामस्वरूप सुमन ने बताया कि समय पर नहरों पर जल प्रवाह शुरू कर दिया जाता तो किसानों को नुकसान नहीं होता। धान उत्पादक किसान उमेश चौबे ने बताया कि नहरों में जल प्रवाह नहीं करने से किसानों को नलकूप से फसलों को बचाना पड़ रहा है। जिससे हजारों रुपए का महंगा डीजल जलाना पड़ रहा है। डीजल के भाव ने भी किसानों की कमर तोड़ दी है।