बूंदीPublished: Feb 24, 2021 09:08:25 pm
पंकज जोशी
क्षेत्र के पीपरवाला गांव निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य बृजमोहन मीणा ने दहेज प्रथा के खिलाफ अनूठी मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने पुत्र की सगाई में दुल्हन के परिवार की ओर भेंट की गई 11 लाख 101 रुपए की राशि लौटाकर शगुन के लिए 101 रुपए लिए।
शगुन के लिए सिर्फ 101 रुपए लिए,दूल्हे के पिता ने पेश की मिसाल
शगुन के लिए सिर्फ 101 रुपए लिए,दूल्हे के पिता ने पेश की मिसाल
करवर. क्षेत्र के पीपरवाला गांव निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य बृजमोहन मीणा ने दहेज प्रथा के खिलाफ अनूठी मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने पुत्र की सगाई में दुल्हन के परिवार की ओर भेंट की गई 11 लाख 101 रुपए की राशि लौटाकर शगुन के लिए 101 रुपए लिए।
पीपरवाला गांव निवासी शिक्षाविद् मीणा के पुत्र रामधन मीणा की सगाई आरती मीणा निवासी सोलतपुरा जिला टोंक के साथ सोमवार को हुई। इस दौरान दुल्हन पक्ष की ओर से सगाई दस्तूर में 11 लाख 101 रुपए की राशि सौंपी तो दूल्हे के पिता ने लेने से इंकार कर दिया तथा सम्मान के तौर पर शगुन के लिए सिर्फ 101 रुपए लेकर बड़ा उदाहरण पेश किया। उन्होंने दुल्हन के परिवार व समाज के लोगों से दुल्हन को ही दहेज मानकर इस कुप्रथा दिखावे को बंद करने का आग्रह किया। इधर, मीणा समाज नैनवां तहसील के अध्यक्ष आशाराम मीणा व समाज के लोगो ने शिक्षाविद् मीणा की इस अनूठी पहल की सराहना की। इस पहल को समाज को अपनाने की जरूरत है। जिससे बालिकाओं की शिक्षा के प्रति रुचि व उनका मनोबल बढ़ेगा।
कुप्रथा बन्द होगी तो, मिल सकेगा योग्य वर
दुल्हन आरती मीणा ने बताया कि वह विज्ञान संकाय से स्नातक उत्तीर्ण है तथा वर्तमान में बीएड कर रही है। उसके ससुर द्वारा पेश की गई इस मिसाल से समाज के लोगों को एक नई दिशा व संदेश मिलेगा। वहीं यह कुप्रथा बन्द हुई तो लड़कियों को उनकी योग्यता के अनुसार योग्य वर मिल सकेगा।