बैठक में दिए निर्देशोंं के अनुसार अब एफसीआइ कोटा की तर्ज पर बूंदी में भी आढ़तियों के माध्यम से गेहूं की खरीद करेगी। पिछले दिनों आढ़तिया संघ व भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर बिरला से इसके लिए आग्रह किया था। इस मांग को लेकर बैठक में चर्चा हुई जिसके बाद अधिकारियों ने बूंदी में भी आढ़तियों से खरीद के लिए सहमति देते हुए तत्काल आदेश जारी करने की बात कही। लोकसभा अध्यक्ष के कक्ष में आयोजित बैठक में स्पीकर बिरला ने कहा कि प्रदेश में एफसीआई अधिक से अधिक खरीद कांटे स्थापित करें। राजस्थान में गेहूं खरीद के लिए ऑनलाइन टोकन किए जाने हैं। एफसीआइ व्यापक प्रचार-प्रसार कर किसानों को टोकन प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करें। किसानों को टोकन जारी करने के लिए कैंप भी लगाए जाएं। किसानों छोटी अवधि के टोकन जारी करें, ताकि उन्हें फसल बेचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े।
स्पीकर बिरला ने अधिकारियों से कहा कि एफसीआइ अपने स्तर पर अधिक से अधिक कांटे लगाए। जिन कांटों पर गेहूं की आवक अधिक हो, वहां एक से अधिक ठेकेदारों को मौका दिया जाए। टैंडर प्रक्रिया को लेकर एफसीआइ विशेष सतर्कता बरते। ठेकेदार के काम करने से मना करने पर उसको तत्काल ब्लैक लिस्ट करें। उस जगह जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
भण्डारण को लेकर भी माइक्रो लेवल प्लाङ्क्षनग की जाए। खरीदे गए गेहूं का जल्द से जल्द लदान हो। एफसीआइ से समय से रेलवे से सम्पर्क कर रैक की भी व्यवस्था रखें। गेहूं खरीद प्रक्रिया में किसानों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।