scriptसाढ़े तीन करोड़ की लागत से कृषि गौण यार्ड मंडी की बदली फिजां | Bundi News, Bundi Rajasthan News, Mandi, cost of three and a half cror | Patrika News

साढ़े तीन करोड़ की लागत से कृषि गौण यार्ड मंडी की बदली फिजां

locationबूंदीPublished: Nov 30, 2020 11:02:28 am

Submitted by:

Narendra Agarwal

कस्बे में स्थित गौण यार्ड मंडी के दिन फिर गए हैं। यहां पर साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित मंडी की फिजां पूरी तरह बदल गई है।

नवनिर्मित मंडी की पूरी तरह  बदल फिजां

नवनिर्मित मंडी की पूरी तरह बदल फिजां

हिण्डोली. कस्बे में स्थित गौण यार्ड मंडी के दिन फिर गए हैं। यहां पर साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित मंडी की फिजां पूरी तरह बदल गई है। मंडी शुरू होने के साथ ही किसानों की उपज तुलनी शुरू हो जाएगी। जानकारी के अनुसार 1985 में निर्मित गौण यार्ड मंडी वर्ष 2019 तक अपनी पहचान खोई हुई थी। राज्य मंत्री अशोक चांदना ने मंडी का अवलोकन कर इसे पहचान दिलाने का प्रयास किया। मंडी समिति द्वारा प्रथम फेज में साढ़े तीन करोड रुपए स्वीकृत किए। जिस राशि का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। नवनिर्मित मंडी सेल्फ सपोर्टिंग ऑक्शन शेड को लोग देखने आते हैं। यहां पर हाड़ौती में दूसरा शेड बना है। मंडी परिसर के चारदीवारी तैयार हो गई है। पीछे प्रवेश व निकास के लिए दो गेट बनाए हैं। बीच में चेक पोस्ट का निर्माण करवा दिया है। मंडी निर्माण के बाद किसानों को सुपुर्द कर दी जाएगी ।जहां पर तहसील क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों के किसान भी जिंस को बेचने यहां लाएंगे एवं विधिवत तरीके से किसानों की जिंसों की तुलाई होगी।

आलीशान दरवाजा, रोशनी बिखेरता बगीचा बने आकर्षण
कृषि मंडी पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 से लगी है, प्रवेश द्वार पर विशाल आकर्षक दरवाजे का निर्माण करवाया गया है। अंदर कार्यालय बना है। जिसमें चार कक्ष बने हैं। अंदर के भाग में 50 गुणा 125 फीट सेल्फ सपोरटेड ऑक्शन शेड बना है। जो हाड़ौती में दूसरा है। इसके अलावा यहां पर बगीचा बनाया है। जो रात को रोशनी में नहाया रहता है। बगीचे के पास पानी की टंकी का निर्माण भी है टंकी बनने के बाद मंडी को किसानों को सौंप दिया जाएगा। मंडी परिसर में सोडियम लाइटें लगने से रात के समय यहां का नजारा कुछ अलग रहता है। इससे रात के समय आने वाले किसानों को भी काफी मदद मिलेगी।

मंडी का कार्य पूर्ण होने पर मंडी जिले में अलग पहचान बनाएगी। इसके कार्य पूर्ण होने के बाद यहां पर जिले के किसान भी जिंस बेचने आएंगे।
अशोक जैन, अध्यक्ष मंडी व्यापार संघ

कार्यकर्ताओं द्वारा मंडी की दुर्दशा को संज्ञान में लाया गया। जिसका निरीक्षण किया। मंडी की वाकई दशा खराब थी। अधिकारियों के सहयोग से सबसे पहले भूमि आवंटन करवाया एवं कृषि मंत्री से आग्रह कर दो फेज में राशि स्वीकृत करवाई ताकि हिण्डोली मंडी जिले में अग्रणी रह सके।
अशोक चांदना, राज्यमंत्री

प्रथम फेज का निर्माण कार्य पूरा होने को है। चारदीवारी के अंदर समतलीकरण, सहित सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं। शेड हाड़ौती में दूसरे स्थान पर बने हैं। यह मंडी आकर्षक व किसानों के लिए लाभदायक होगी।
आर एस गुप्ता, सहायक अभियंता, कृषि उपज मंडी बूंदी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो