बांसी में तीन प्राइवेट दुकानों पर डीएपी खाद की सूचना पर रविवार सुबह से ही किसानों का आना शुरू हुआ।
बूंदी•Oct 25, 2021 / 07:14 pm•
पंकज जोशी
खाद के लिए मशक्कत, अन्नदाता कतार में
खाद के लिए मशक्कत, अन्नदाता कतार में
भण्डेड़ा. बांसी में तीन प्राइवेट दुकानों पर डीएपी खाद की सूचना पर रविवार सुबह से ही किसानों का आना शुरू हुआ। सुबह दस बजे तक तीनों दुकानों के बाहर काफी संख्या में किसान व महिला किसानों की भीड़ नजर आने लगी। भीड़ को देख दुकानदारों ने अपनी खाद की दुकानें बंद रखी। कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी महावीर मीणा, क्रय विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापक बजरंगलाल जैन, कृषि पर्यवेक्षक पुरुषोतम किराड़ मौके पर पहुंचे व किसानों से समझाइश करते नजर आए। किसानों को खाद का टोकन क्रय विक्रय सहकारी समिति नैनवां रोड पर काटे व खाद दुकानों से दिया गया।
इधर, मौके पर महिला कृषकों का कहना था कि धक्का-मुक्की करने से महिलाओं को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसलिए टोकन के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
खाद के लिए लगी कतारें
देई. कस्बे में रविवार को दो निजी डीलरों के पास डीएपी खाद आने के बाद किसानों की कतारे लगी। जिसमें महिला किसान भी शामिल रही। किसानों को देई थाने के पीछे पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में कृषि अधिकारियों ने टोकन वितरण किया गया। टोकन मिलने पर किसान डीलरों की दुकानों से खाद के कट्टे लेकर आए।
सहायक कृषि अधिकारी ने बताया कि पांच सौ कट्टे डीएपी खाद आया था। जिसमें दो डीलरों के पास से ढाई-ढाई सौ कट्टे खाद वितरित किया। प्रत्येक किसान को एक-एक खाद का कट्टा दिया गया। जिसके साथ एक सुपर फास्फेट का कट्टा दिया गया। इसके बाद भी कई किसानों को खाद नहीं मिला। शिवपुरा से खाद लेने आए किसान बद्रीलाल नागर ने बताया कि डीएपी खाद लेने आया था, लेकिन एक भी कट्टा खाद नहीं मिला।