फर्जीवाड़े पर लगेगी रोक
तकनकी सहायक सुखेन्द्रप्रसाद ने बताया कि नरेगा में आए दिन कहीं न कहीं फर्जीवाड़े की शिकायतें मिलती थी। जांच के बाद ही फर्जीवाड़ा पकड़ में आता था। मस्टररोल में मृत व्यक्यिों, सरकारी कर्मचारियों, महानगरों में काम करने वालों व जनप्रनिधियों के परिजनों के नाम लिख दिया करते थे। कोई अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने जाते थे तो फर्जी नाम की जगह किसी को एवजी के रूप में खड़ा कर दिया जाता था। अब इस प्रकार के कोई फर्जीवाड़े नहीं हो पाएंगे।
एप आते ही दिया प्रशिक्षण
नैनवां पंचायत समिति के सभागार में गुरुवार को पंचायत समिति की सभी ग्राम पंचायतों के चयनित मेट,नरेगा योजना से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों को एप संचालन का प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में विकास अधिकारी जतनसिंह गुर्जर, सहायक अभियंता मंदराज नागर, एमआईएस मैनेजर नितिन कुमार, जाकिर हुसैन आदि ने भाग लिया।
अगले वित्त वर्ष फिंगर प्रिंट से होगी हाजरी
विकास अधिकारी जतनसिंह गुर्जर ने बताया कि मोबाइल मोनिटरिंग सिस्टम (एमएमएस)से अब नरेगा में फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी। मस्टररोल में श्रमिक का फोटो होगा तथा साइट पर श्रमिक की फोटो के साथ हाजिरी होगी। आने वाले वित्त वर्ष में तो नरेगा में एक और एप तैयार हो रहा है। जिसमें श्रमिक के फिंगर प्रिंट से हाजिरी भरी जाएगी।