इकलौता था सोनू
सोनू इकलौता बेटा था। सोनू के एक वर्ष की उम्र का होने पर ही मां की मौत हो गई थी। उसे दादी अमरी बाई ने पाला था।
बिलख पड़े पिता और दादी
सोनू की मौत की खबर मिलते ही चिकित्सालय में पिता धर्मराज कहार और दादी अमरी बाई की रुलाई फूट पड़ी। वह शव से लिपटकर रो पड़े। सोनू की मौत के बाद कस्बे में मातम सा छा गया।