scriptनृसिंह आश्रम में किया 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ | Bundi News, Bundi Rajasthan News,Narsingh, Ashram,Sundarkand,The peopl | Patrika News

नृसिंह आश्रम में किया 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ

locationबूंदीPublished: Oct 13, 2019 10:31:29 pm

बाणगंगा स्थित नृसिंह आश्रम में लाल लंगोट वाले बाबा बजरगंदास की पुण्य स्मृति में रविवार को 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ किया गया।

नृसिंह आश्रम में किया 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ

नृसिंह आश्रम में किया 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ

– लाल लंगोट वाले बाबा की पुण्य स्मृति में हुआ आयोजन
बूंदी. बाणगंगा स्थित नृसिंह आश्रम में लाल लंगोट वाले बाबा बजरगंदास की पुण्य स्मृति में रविवार को 51 सुंदरकांड का सामूहिक पाठ किया गया। यहां पाठ में शामिल होने के लिए बूंदी सहित आस-पास के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
आश्रम में सुबह से ही विविध धार्मिक आयोजन किए गए।यहां भगवान की विशेष पूजा अर्चना की गई। बाबा की आकर्षक झांकी सजाई गई। यहां संगीतमय सुंदरकांड पाठ में अपार श्रद्धा दिखी। बाबा के भक्त शामिल हुए। भजनों पर लोगों ने नृत्य किए। इससे पहले बाबा की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया। इस दौरान पंडित ज्योतिशंकर शर्मा, कांग्रेस नेता भरत शर्मा, राजेश शर्मा, कृष्णमुरारी चतुर्वेदी, प्रितम शर्मा, विष्णु तिवारी, शिक्षाविद् अशोक शर्मा, कालू कटारा, बृजेश शर्मा, मोहित शर्मा आदि मौजूद थे।

 

राधा बल्लभ की अंखियां जादू कर गई …
-पंचम श्रीश्याम वंदना महोत्सव
कापरेन. कस्बे के गार्डन में चल रही पंचम श्रीश्याम वंदना महोत्सव नानी बाई रो मायरो कथा के साथ देर रात्रि को सम्पन्न हुआ।कथा के अंतिम दिन नानी बाई का मायरा भरा गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ भाग लिया और वस्त्र, बर्तन, फल आदि भेंट चढ़ाकर पुण्य अर्जित किया।
अंतिम दिन कथा वाचक राधिका किशोरी ने कहा कि सत्संग, भजन और ईश्वर की सेवा के लिए भी निश्चित रूप से समय निकालना चाहिए। घर में नियम बनाए और प्रति दिन समय निकालकर भगवान का स्मरण कर, पूजन करें। कथा वाचक ने कहा कि आजकल की पीढ़ी भगवान के लिए समय कम देती हैं और अवकाश ढूंढते है। छुटी है तो मन्दिर जाएंगे, लेकिन जब संकट, कोई विपदा आती है तो तुरंत भगवान को याद कर लेते हैं। भगवान कभी नहीं कहते कि कल आना आज समय नहीं है। इसलिए प्रतिदिन ईश्वर का स्मरण, पूजा करे और बच्चों को भी सिखाए। कथा के दौरान राधा बल्लभ की अंखियां जादू कर गई आदि संगीतमय भजन सुनाए। सुंदर झाकियां भी सजाई गई। कथा में भात भरने, मायरा लेकर जाने, भगवान के स्वयं मायरे में पहुंचने आदि के भावुक प्रसंग सुनाए। कथा के दौरान सुंदर झांकियां सजाई गई।

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो