राधा बल्लभ की अंखियां जादू कर गई …
-पंचम श्रीश्याम वंदना महोत्सव
कापरेन. कस्बे के गार्डन में चल रही पंचम श्रीश्याम वंदना महोत्सव नानी बाई रो मायरो कथा के साथ देर रात्रि को सम्पन्न हुआ।कथा के अंतिम दिन नानी बाई का मायरा भरा गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ भाग लिया और वस्त्र, बर्तन, फल आदि भेंट चढ़ाकर पुण्य अर्जित किया।
अंतिम दिन कथा वाचक राधिका किशोरी ने कहा कि सत्संग, भजन और ईश्वर की सेवा के लिए भी निश्चित रूप से समय निकालना चाहिए। घर में नियम बनाए और प्रति दिन समय निकालकर भगवान का स्मरण कर, पूजन करें। कथा वाचक ने कहा कि आजकल की पीढ़ी भगवान के लिए समय कम देती हैं और अवकाश ढूंढते है। छुटी है तो मन्दिर जाएंगे, लेकिन जब संकट, कोई विपदा आती है तो तुरंत भगवान को याद कर लेते हैं। भगवान कभी नहीं कहते कि कल आना आज समय नहीं है। इसलिए प्रतिदिन ईश्वर का स्मरण, पूजा करे और बच्चों को भी सिखाए। कथा के दौरान राधा बल्लभ की अंखियां जादू कर गई आदि संगीतमय भजन सुनाए। सुंदर झाकियां भी सजाई गई। कथा में भात भरने, मायरा लेकर जाने, भगवान के स्वयं मायरे में पहुंचने आदि के भावुक प्रसंग सुनाए। कथा के दौरान सुंदर झांकियां सजाई गई।