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नरेगा कार्यस्थलों पर नहीं हो रही कोविड-19 की पालना

locationबूंदीPublished: May 07, 2021 09:28:30 pm

मनरेगा में रोजगार पाने वाले श्रमिकों की लापरवाही श्रमिकों को ही भारी न पड़ जाए। बूंदी पंचायत समिति की पंचायतों में वर्तमान में चल रहे मनरेगा कार्य स्थलों पर यही हालात पैदा हो रहे हैं।

नरेगा कार्यस्थलों पर नहीं हो रही कोविड-19 की पालना

नरेगा कार्यस्थलों पर नहीं हो रही कोविड-19 की पालना

नरेगा कार्यस्थलों पर नहीं हो रही कोविड-19 की पालना
कोरोना को लेकर दिखा रहे लापरवाही: 3 पंचायतों में पेड़ों के नीचे समूह में बैठे मिले श्रमिक
टीकम शास्त्री
patrika.com
रामगंजबालाजी. मनरेगा में रोजगार पाने वाले श्रमिकों की लापरवाही श्रमिकों को ही भारी न पड़ जाए। बूंदी पंचायत समिति की पंचायतों में वर्तमान में चल रहे मनरेगा कार्य स्थलों पर यही हालात पैदा हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार पंचायत समिति की अधिकतर पंचायतों में श्रमिकों का समय सुबह से 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक का है। जहां पर श्रमिक सुबह 7 बजे के बाद तक कार्यस्थल पर पहुंचते हैं। जहां पर एक-दो घंटे कार्य करने के बाद श्रमिक समूह के रूप में पेड़ों की छाया में एकत्रित होकर बैठ जाते हैं। जो लगभग 3 से 4 घंटे तक पेड़ों की छाया में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के दर्जनों की संख्या में बैठे रहते हैं। श्रमिकों के पास सैनिटाइजर और मास्क आदि की व्यवस्थाएं भी नहीं है। इतना ही नहीं यदि कोई कोई श्रमिक बीमार हो जाए तो उसके लिए कार्यस्थल पर मेडिकल किट की व्यवस्था भी नहीं है। गुरुवार को मनरेगा में अधिकतर कार्य स्थलों पर यही देखने को मिला। हालांकि मनरेगा में गुरुवार को सप्ताहिक अवकाश होता है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 1 मई के श्रमिक दिवस की एवज में इन श्रमिकों से गुरुवार को भी कार्य स्थलों पर कार्य करवाया गया। पेश है कार्य स्थलों की लाइव रिपोट…
जनप्रतिनिधियों की जुबानी
वर्तमान हालातों को देखते हुए सरपंच संघ के प्रदेश महामंत्री कुलदीप सिंह गौड़, बंबोरी सरपंच ने बताया कि वर्तमान में नियमों की पालना करवाना श्रमिकों से बूते के बाहर है। कार्यस्थल पर कार्य करते वक्त श्रमिक ना ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर पा रहे हैं। ना ही यहां पर प्रशासन द्वारा यह कोई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। ऐसे में नरेगा कार्य स्थलों पर चल रहे कार्यों को सरकार को बंद करवाने चाहिए।
इस मामले को लेकर बूंदी प्रधान प्रेम बाई मीणा ने बताया कि वर्तमान में चल रहे मनरेगा कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पा रही हैं। कई जगहों पर हालात ऐसे बेकाबू है कि गांव में कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद भी उनके परिजन व अन्य लोग कार्य स्थलों पर पहुंच कर दूसरों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
इस बात को लेकर प्रशासन भी सख्ती बरते। ऐसे में कोरोना महामारी बचाव के लिए इसकी चेन तोडऩे के लिए वर्तमान में चल रहे मनरेगा कार्यों को बूंदी पंचायत समिति के सभी पंचायतों में तुरंत प्रभाव से बंद करवा दिया जाए।
नरेगा के काम किए बंद
डाबी. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ग्राम पंचायत लाम्बाखोह के सभी मनरेगा कार्य बंद कर दिए गए। लाम्बाखोह सरपंच भंवर कंवर ने पत्र जारी कर पंचायत में चल रहे सभी नरेगा कार्य बंद कर दिए। ग्रामीणों व वरिष्ठ जनों से चर्चा कर सर्वसम्मति से नरेगा कार्य बंद करने का निर्णय किया गया। लाम्बाखोह में लगातार कोरोना संक्रमित रोगियों के मिलने के कारण यह निर्णय किया गया है।
केस- 1
ग्राम पंचायत दौलाड़ा में चल रहे मनरेगा कार्य में कार्यरत श्रमिकों में से 90 फीसदी श्रमिक पेड़ों के नीचे 11 बजे सोते हुए मिले। वहां पर जब महिला मेट से कार्य के बारे में पूछा गया तो वह नहीं बता सकी। जबकि गुरुवार को कार्यस्थल पर सरपंच के ससुर रामराज मेघवाल व सहायक सचिव ने मनरेगा श्रमिकों की उपस्थिति जांची। बावजूद उसके मेट को जो कार्य करवाया जा रहा है उसकी भी जानकारी नहीं थी। यहां पर टेंट, मटकियां, मेडिकल किट, मास्क व सैनिटाइजर नहीं मिले।
केस- 2
ग्राम पंचायत माटुंदा में चल रहे मनरेगा कार्य में मुख्य सडक़ से दूदीया खेड़ा माताजी की ओर ड्रेन खुदाई कार्य चल रहा था। यहां पर भी मेट को कार्य के बारे में कुछ पता नहीं था। यहां पर 40 में से 35 महिला श्रमिक एक पेड़ के नीचे बैठे नजर आए। यहां पर भी कोविड-19 की पालना की धज्जियां उड़ाते हुए महिलाएं बैठी थी। मास्क, सैनिटाइजर, पानी की मटकी मेडिकल किट टेंट आदि की कोई व्यवस्था नहीं मिली।
केस- 3
बंबोरी में चल रहे मनरेगा कार्य में आनंदीलाल के मकान से रायथल मार्ग की सडक़ तक तीन टुकड़ों में नरेगा श्रमिक अलग-अलग जगह पर बैठे दिखाई दिए। यहां पर 12 बजे मेट सहित पुरुष श्रमिक गांव के निकट पेड़ों के नीचे बिना मास्क लगाए वार्ता करते नजर आए। थोड़ी दूरी पर लगभग 1 दर्जन से अधिक महिलाएं पेड़ों के नीचे झुंड में श्रमिक बिना मास्क लगाएं कार्यस्थल पर मिले। यहां पर भी मेडिकल किट ,छाया, मटकियां, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई।

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